जनता जनप्रतिनिधियों को इसलिए चुनती है ताकि जनता की समस्याओं का समाधान हो सके लेकिन जब सरकार और जनप्रतिनिधि ही जनता की समस्याओं को अनदेखा कर दे तो जनता को अपनी मांगों को मनवाने के लिए सडकों पर उतरना ही पड़ता है…..जी हां…
ऐसा ही मामला चमोली जिले में कर्णप्रयाग ब्लॉक के कपीरी पट्टी के अंतर्गत खत्याड़ी गाड़गंगा जोड़ बगोली मोटरमार्ग के डामरीकरण का है। दर्जनों गाँवों को जोड़ने वाले इस मोटरमार्ग को बने हुए आज 13 साल बीत चुके है, लेकिन आज भी सड़क की स्थिति दयनीय बनी हुई है। सड़क का डामरीकरण न होने के कारण सड़क पर हादसे हो रहे हैं और क्षेत्रीय जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते लोग अब सरकार के खिलाफ आन्दोलन करने लगे हैं।
सड़क डामरीकरण की कर रहे मांग
मंगलवार को कपीरी के आठ गांवों के ग्रामीणों ने ढोल दमाऊं के साथ तहसील में प्रदर्शन किया। कालूसैंण संघर्ष समिति के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में तीन ग्राम पंचायतों के खत्याड़ी, पाडली, सुणाई, सैरागाड़, थग्याला, ह्यूंणा, गुनाड़, रैगांव आदि गांवों के लोगों ने ढ़ोल दमाऊ के साथ उमा देवी चौक में इकट्ठा हुए। उमा देवी मंदिर से कर्णप्रयाग मुख्य बाजार होते हुए तहसील तक प्रदर्शन कर खत्याड़ी से गाड़गंगा जोड़ तक डामरीकरण की मांग उठाई और उपजिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन दिया।
जनप्रतिनिधियों पर अनदेखी का आरोप
आरोप है कि जनप्रतिनिधियों की लापरवाही व सरकार की उदासीनता के कारण आज तक इस मोटरमार्ग का डामरीकरण नही हो पाया है। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व में सड़क की डामरीकरण को लेकर उन्होनें राज्यपाल से भी वार्ता की थी।
उन्होंने कहा कि सड़क की खस्ताहाल हालात होने के चलते ग्रामीणों को जान जोखिम में रखकर आवाजाही करनी पड़ती हैं। बरसात के चलते सड़क पर जगह-जगह झाड़ियां उगी हैं, जबकि सड़क में बड़े-बड़े गड्ढ़े बने हुए है। लेकिन सड़क पर झांडियों की न कटाई की जाती है न सड़कों के गड्ढ़ो को भरा जाता हैं। उन्होंने मांग कि है कि जल्द से जल्द सड़क का डामरीकरण किया जाय ताकि लोगो को दिक्कतों का सामना न करना पड़े ।
बोले जिम्मेदार- ‘सरकार से मंजूरी मिलते ही शुरू हो जाएगा काम’
वहीं मौके पर पहुंचे लोनिवि के अधिशासी अभियंता सुनील कुमार ने कहा कि सड़क की डामरीकरण को लेकर पूर्व में उनके द्वारा एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा जा चुका हैं। वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद सड़क पर डामरीकरण शुरू किया जाएगा।