नीले आकाश में एक पक्षी की तरह स्वतंत्र रूप से उड़ना और अपने भीतर एड्रेनालाईन की गति को महसूस करना, पैराग्लाइडिंग आपको एक अद्भुत अनुभव देता है। यह रोमांचकारी साहसिक खेलों में से एक है जो आपको नीचे प्रकृति के विशाल क्षेत्र के साथ ऊंची उड़ान भरने में सक्षम बनाता है।
उत्तराखंड में युवाओं को अब पैराग्लाइडिंग के प्रशिक्षण के लिए हिमाचल सहित अन्य प्रदेशों में नहीं जाना पड़ेगा। साहसिक पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग टिहरी में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र बन रहा है। यह उत्तराखंड का पहला स्थापित प्रशिक्षण केंद्र होगा। हालांकि यहां अक्सर कई बार विशेष आयोजनों के तहत पैराग्लाइडिंग होती है। लेकिन केंद्र बनने से नियमित तौर पर इस गतिविधि का संचालन होगा।
नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएगा केंद्र
बता दें कि पर्यटन विभाग की ओर से बनाए जा रहे पैराग्लाइडिंग की लागत करीब एक करोड़ रुपये है। इसके लिए ट्रैक ऑफ स्टेशन प्रताप नगर में रानी के महल के समीप बनाया जा रहा है। जबकि लैंडिंग स्टेशन कोटी में बन रहा है। पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नवंबर माह में इसे शुरू किया जा सकेगा।
साहसिक पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि साहसिक खेल गतिविधियों को बढ़ाए जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राफ्टिंग के अलावा अन्य साहसिक खेलों के अवसर और इनके संचालन के लिए स्थान तलाशे जा रहे हैं।