हरिद्वार में रामलीला मंचन के दौरान रोशनाबाद जेल से दो कैदी फरार हो गए। शुक्रवार रात दोनों वानर का रोल निभा रहे थे। माता सीता की खोज का प्रसंग चल रहा था।
वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। इस दौरान मौका मिलते ही दोनों निर्माणाधीन हाई-सिक्योरिटी बैरक के पास पहुंचे। वहां रखी सीढ़ी के सहारे 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग गए। जेल के अफसरों को घटना का पता उस वक्त चला, जब कैदियों को गिनती हुई।
कैदियों की पहचान रुड़की निवासी पंकज और यूपी के गोंडा के रहने वाले राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। बाल्मीकी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ है। वहीं राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन है।
खोजबीन के लिए जिलेभर में नाकाबंदी
वहीं जिला कारागार से दो कैदियों के फरार होने की घटना से प्रशासन में हड़कंप मच गया है। फरार कैदियों की खोजबीन के लिए जिलेभर में नाकाबंदी कर दी गई है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने बताया कि जेल प्रशासन और पुलिस दोनों ही कैदियों की तलाश में जुटे हुए हैं और उन्हें जल्द पकड़ लिया जाएगा। वहीं मौके पर फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को बुलाया गया, जिन्होंने सुराग जुटाने के लिए जांच शुरू की।
खामियों पर सवाल खड़े
उधर जेल प्रशासन की लापरवाही और सुरक्षा में खामियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। एसएसपी ने जेल अधिकारियों से घटना की पूरी रिपोर्ट तलब की है, और फरार कैदियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के निर्देश दिए हैं और जल्द से जल्द कैदियों को पकड़ने का आश्वासन दिया है।
6 निलंबित, सीएम ने दिए जांच के निर्देश
वहीं जिला कारागार से दो बंदियों के भाग जाने की घटना पर 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। उप महानिरीक्षक कारागार इसकी जांच कर रिपोर्ट देंगे।
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बता दें कि हरिद्वार जेल में 4 सालों से रामलीला हो रही है। इसमें मंचन करने वाले सभी जेल के कैदी होते हैं। इसके लिए जेल प्रशासन कैदियों को रिहर्सल करवाता है। इसके बाद नवरात्रि पर्व पर रामलीला का आयोजन होता है। रामलीला करीब 10 दिनों तक चलती है।