महाकुंभ 2025: मकर संक्रांति पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी

प्रयागराज में मकर संक्रांति पर महाकुंभ का पहला अमृत स्नान

महाकुंभ 2025 में मकर संक्रांति के अवसर पर पहले शाही स्नान का अद्भुत नजारा देखने को मिला। करोड़ों श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचकर पवित्र गंगा में डुबकी लगाने के लिए उमड़ पड़े। प्रशासन ने विशेष तैयारियों के साथ सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं का स्वागत किया।

हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा

उत्तर प्रदेश सरकार ने श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कराई, जिससे श्रद्धालु अभिभूत हो गए। संगम तट पर जय श्री राम और हर हर महादेव के नारे गूंज उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उद्यान विभाग ने विशेष पुष्प वर्षा की व्यवस्था की थी।

विदेशी श्रद्धालुओं की भागीदारी

महाकुंभ में भारत के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं के साथ ही विदेशी नागरिकों ने भी हिस्सा लिया। अमेरिकी, इजराइली, फ्रांसीसी समेत कई देशों के श्रद्धालु गंगा स्नान करते हुए भारतीय संस्कृति से प्रभावित हुए।

किन्नर अखाड़ा बना आकर्षण का केंद्र

पहले अमृत स्नान के अवसर पर किन्नर अखाड़ा विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में किन्नर अखाड़े के सदस्यों ने संगम में डुबकी लगाई और समाज की उन्नति और कल्याण की कामना की।

सोशल मीडिया पर “एकता का महाकुंभ” ट्रेंड

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को “एकता का महाकुंभ” करार दिया है, जिसे सोशल मीडिया पर भरपूर सराहना मिल रही है। #एकताकामहाकुंभ हैशटैग ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा है।

विशेष व्यवस्थाएं

महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और मेला क्षेत्र में सुरक्षा, स्वच्छता और चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई गई हैं। मेला क्षेत्र में 125 एंबुलेंस तैनात हैं और एयरपोर्ट पर विशेष पुष्प वर्षा के साथ यात्रियों का स्वागत किया गया।

महाकुंभ का यह अद्भुत आयोजन भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की ताकत को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने का प्रतीक बन गया है। श्रद्धालुओं का उत्साह और उमंग देखते ही बनता है, जो इस पवित्र स्नान को अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं।