स्वयं सहायता समूहों के लिए बैंक ऋण शिविरों का आयोजन

चमोली 31 जनवरी 2025

उत्तराखंड के चमोली जिले में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों (SHG) को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए बैंक शाखावार ऋण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि ये शिविर स्वरोजगार को बढ़ावा देने और आजीविका संवर्धन के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे हैं।

कब और कहां होंगे ऋण शिविर?

निश्चित रोस्टर के अनुसार विभिन्न ब्लॉकों और ग्राम पंचायतों में ऋण शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
🔹 3 फरवरी – गोपेश्वर
🔹 4 से 7 फरवरी – पीपलकोटी, चमोली, सोनला, बछेर, ब्यारा
🔹 3 से 7 फरवरी – देवाल, मुंदोली
🔹 गैरसैंण ब्लॉक – आदिबद्री, नौटी, गैरसैंण, मेहलचोरी, मैथान, नंदासैंण
🔹 जोशीमठ ब्लॉक – जोशीमठ, हेलंग, तपोवन
🔹 कर्णप्रयाग ब्लॉक – कर्णप्रयाग, सिमली, गौचर, बगोली
🔹 नारायणबगड़ ब्लॉक – हरमनी, नारायणबगड़, परखाल
🔹 थराली ब्लॉक – थराली, तलवाड़ी, कुलसारी, ग्वालदम
🔹 नंदानगर ब्लॉक – घाट, नंदानगर
🔹 पोखरी ब्लॉक – पोखरी, कर्णप्रयाग, लंगासू, चांदनीखाल, गौचर, हापला, त्रिशूला

स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा ऋण सुविधा का लाभ

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और उन्हें आजीविका संवर्धन गतिविधियों से जोड़ना है। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को शिविरों के सफल आयोजन के लिए नोडल अधिकारी नामित करने, प्रचार-प्रसार करने और विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

ऋण शिविरों से क्या होगा फायदा?

महिलाओं और ग्रामीण उद्यमियों को आर्थिक सहायता मिलेगी।
स्वरोजगार के नए अवसर सुलभ होंगे।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत अधिक समूहों को जोड़ा जा सकेगा।
गांवों में आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

सरकार के इस कदम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगारोजगार के नए अवसर सुलभ होंगे।
राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत अधिक समूहों को जोड़ा जा सकेगा।
गांवों में आर्थिक विकास को गति मिलेगी।

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सरकार के इस कदम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती और स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा