प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: महाकुंभ 2025, जो दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक महासम्मेलन है, में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। वसंत पंचमी के अवसर पर तीसरे अमृत स्नान के दिन सोमवार को शाम 4 बजे तक 1.98 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई। कुंभ मेला प्रशासन का अनुमान है कि दिन के अंत तक 5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके होंगे।
मुख्य बिंदु:
भारी भीड़: सोमवार शाम तक 1.98 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं, जिनमें 10 लाख से अधिक कल्पवासी और 1.88 करोड़ तीर्थयात्री शामिल हैं, ने पवित्र डुबकी लगाई। महाकुंभ की शुरुआत से अब तक 34.97 करोड़ से अधिक श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।
पंच धूनी तपस्या का आरंभ: कुंभ मेला के तपस्वी नगर क्षेत्र में पंच धूनी तपस्या नामक एक अनोखी साधना शुरू हुई है। इस कठोर तपस्या में साधक आग के कई घेरों के बीच बैठकर ध्यान करते हैं, जो गहरी आस्था और तपस्या का प्रतीक है। इसे अग्नि स्नान साधना के नाम से भी जाना जाता है, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है।एकता में अनेकता: महाकुंभ भारत की सांस्कृतिक एकता और विविधता का प्रतीक है। अलग-अलग राज्यों, भाषाओं और परंपराओं के श्रद्धालु संगम में एक साथ आते हैं। इस आयोजन ने अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित किया है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को देखकर अचंभित हैं।
अंतरराष्ट्रीय पहचान: यूनेस्को ने कुंभ मेले को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत घोषित किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि महाकुंभ भारत की एकता और अनेकता का प्रतीक है, जहां करोड़ों लोग बिना किसी भेदभाव के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।
वैश्विक भागीदारी: महाकुंभ में न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। विदेशी श्रद्धालु भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं से गहरे प्रभावित हुए हैं और “जय श्रीराम” और “हर हर गंगे” के उद्घोष के साथ रस्मों में भाग ले रहे हैं।
वसुधैव कुटुंबकम का संदेश: महाकुंभ ने वसुधैव कुटुंबकम (दुनिया एक परिवार है) का संदेश दिया है। वसंत पंचमी पर विभिन्न राज्यों और देशों के श्रद्धालु संगम में एक साथ स्नान करते हुए सार्वभौमिक भाईचारे की भावना को जीवंत कर रहे हैं।
डिजिटल इंडिया का महाकुंभ: उत्तर प्रदेश के मंत्री एके शर्मा ने कहा कि महाकुंभ 2025 आधुनिक भारत और डिजिटल इंडिया का प्रतिबिंब है। उन्नत यातायात प्रबंधन और स्वच्छता प्रोटोकॉल के साथ, इस आयोजन ने बड़े पैमाने पर आयोजनों के लिए नए मानक स्थापित किए हैं।
मशहूर हस्तियों की भागीदारी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई प्रमुख हस्तियों ने पवित्र डुबकी लगाई। बॉलीवुड सेलिब्रिटीज जैसे हेमा मालिनी, अनुपम खेर और क्रिकेटर सुरेश रैना ने भी रस्मों में हिस्सा लिया।
सुरक्षा और प्रबंधन:
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कुंभ मेला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम लगातार आयोजन की निगरानी कर रही है ताकि सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल सकें।
आध्यात्मिक महत्व:
महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। यह वह समय है जब लाखों लोग आशीर्वाद लेने, रस्में करने और संगम की दिव्य ऊर्जा का अनुभव करने के लिए एकत्र होते हैं।
जैसे-जैसे महाकुंभ 2025 जारी है, दुनिया भारत की समृद्ध परंपराओं, एकता और आध्यात्मिक गहराई को इस भव्य मंच पर देखकर अचंभित है