Virat Kohli Test Retirement: भारत के दिग्गज क्रिकेटर विराट कोहली ने 12 मई को अचानक ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले क्रिकेट फैंस को मायूस कर दिया। इससे पहले 7 मई को रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था।
एक हफ्ते के अंदर दो दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास से फैंस सदम में हैं। इसी के साथ भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक अध्याय का अंत हो गया। भारत को इंग्लैंड का दौरा अगले महीने करना है। इस दौरान टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। बता दें कि कोहली ने पिछले साल ही टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले लिया था।
कोहली ने अपने पोस्ट में क्या लिखा?
वहीं विराट ने इंस्टाग्राम पर अपने पोस्ट में लिखा कि, ‘टेस्ट क्रिकेट में पहली बार मैंने बैगी ब्लू जर्सी 14 साल पहले पहनी थी। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे इस तरह के सफर पर ले जाएगा। इसने मेरी परीक्षा ली, मुझे पहचान दिया और मुझे ऐसे सबक सिखाए जिन्हें मैं जीवन भर साथ रखूंगा। सफेद जर्सी में खेलना मेरे लिए बहुत ही खास और निजी अनुभव है। परिश्रम, लंबे दिन, छोटे-छोटे पल जिन्हें कोई नहीं देखता, लेकिन यह हमेशा आपके साथ रहते हैं। जब मैं इस प्रारूप से दूर जा रहा हूं, तो यह आसान नहीं है, लेकिन यह फिलहाल सही लगता है। मैंने इसमें अपना सबकुछ दिया है और इसने मुझे मेरी उम्मीद से कहीं ज्यादा दिया है। मैं खेल के लिए, मैदान पर खेलने वाले लोगों के लिए और हर उस व्यक्ति के लिए आभारी हूं, जिसने मुझे इस सफर में आगे बढ़ाया। मैं हमेशा अपने टेस्ट करियर को मुस्कुराते हुए देखूंगा।’ उन्होंने आगे अपनी जर्सी का नंबर ‘269’ लिखा और लिखा ‘साइनिंग ऑफ’।
2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था टेस्ट डेब्यू
विराट कोहली का टेस्ट डेब्यू जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में हुआ था। कोहली ने तब पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 15 रन बनाए थे। वहीं उनका आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में था, जो जनवरी 2025 में खेला गया था। इस आखिरी टेस्ट में कोहली ने पहली पारी में 17 तो दूसरी पारी में 6 रन बनाए।
अब सिर्फ वनडे में खेलेंगे विराट कोहली
विराट अब सिर्फ वनडे में खेलते दिखाई देंगे। वह पिछले साल टीम इंडिया के टी20 विश्व कप जीतने के बाद टी20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास ले चुके हैं। कोहली ने कुल मिलाकर 123 टेस्ट खेले और इसकी 210 पारियों में 46.85 की औसत से 9230 रन बनाए। इसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट करियर में कोहली ने कुल 1027 चौके और 30 छक्के लगाए। इसके अलावा टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 125 मैचों में 48.7 की औसत और 137.05 के स्ट्राइक रेट से 4188 रन बनाए। इसमें एक शतक और 38 अर्धशतक भी शामिल हैं। वनडे में कोहली 302 मैचों में 57.88 की औसत और 93.35 के स्ट्राइक रेट से 14181 रन बना चुके हैं। इसमें 51 शतक और 74 अर्धशतक शामिल हैं।
कोहली तीनों प्रारूप में रह चुके हैं कप्तान
कोहली तीनों प्रारूप में टीम इंडिया की कमान भी संभाल चुके हैं। वह 2014 में धोनी के संन्यास के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहली बार कप्तान बने थे। तब से लेकर 2022 में दक्षिण अफ्रीका दौरे तक टेस्ट में कप्तान रहे। वहीं, 2021 में उनसे टी20 और वनडे की कप्तानी छीन ली गई थी। कोहली ने अपना टेस्ट डेब्यू में 20 जून 2011 को सबिना पार्क में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। वहीं, आखिरी टेस्ट उन्होंने इसी साल सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।
कोहली का हाल फिलहाल में खराब प्रदर्शन
कोहली का प्रदर्शन पिछली दो टेस्ट सीरीज में बेहद खराब रहा था और इन दोनों सीरीज में टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था। न्यूजीलैंड ने पिछले साल भारत आकर टीम इंडिया को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया था। इस सीरीज में कोहली तीन मैचों की छह पारियों में 15.50 की औसत से 93 रन बनाए थे। वहीं, ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कोहली पांच मैचों की नौ पारियों में 190 रन बना पाए थे। इसमें एक शतक शामिल है। कोहली ने पर्थ में पहले टेस्ट में ही शतक लगाया था। इसके बाद आठ पारियों में वह केवल 90 रन बना सके। कोहली आठ बार आउट हुए और इसमें से सात बार वह ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर छेड़छाड़ करते हुए आउट हुए।
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बता दें कि भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर सोमवार को हुई तीनों सेनाओं की जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इसका जिक्र हुआ। कोहली की बल्लेबाजी के फैन भारतीय सेना के डीजीएमओ राजीव घई भी निकले। डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा, ”हमारे एयरफील्ड और लॉजिस्टिक्स को निशाना बनाना बहुत कठिन है…मैंने देखा कि विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया है। वह मेरे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक हैं। 1970 के दशक में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज के दौरान, दो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी लाइनअप को नष्ट कर दिया और तब ऑस्ट्रेलिया ने एक कहावत दी – ‘राख से राख, धूल से धूल, अगर थॉमो तुम्हें नहीं पकड़ता, तो लिली तुम्हें पकड़ लेगी.”अगर आप परतें देखेंगे, तो आप समझ जाएंगे कि मैं क्या कहने की कोशिश कर रहा हूं। भले ही आप सभी परतों को पार कर लें, इस ग्रिड सिस्टम की परतों में से एक आपको मार देगी।”