Chardham Yatra में मुस्तेदी के साथ जुटी उत्तराखंड की देवदूत SDRF, मानसून सत्र की हर चुनौती से निपटने के लिए भी तैयार- अर्पण यदुवंशी

रिपोर्ट जावेद हुसैन

डोईवाला- उत्तराखंड में एसडीआरएफ को यूहीं देवदूत नहीं कहा जाता, क्योंकि हर आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ की टीम लगातार मुस्तेदी से अपना कार्य करती है, ओर हर चुनोती में लोगों की जान बचाने में महारथ रखती है।

 

वर्तमान में चारधाम यात्रा में एसडीआरएफ की टीम जगह- जगह अपनी सेवाएं दे रही है। ओर यात्रा सकुशल सम्पन्न कराने के साथ ही यात्रियों को सकुशल स्थान तक पहुंचाने में भी अपना पूर्ण सहयोग दे रही है।

चार धाम यात्रा को लेकर एसडीआरएफ के कमांडेंड आईपीएस अर्पण यदुवंशी ने बताया कि चार धाम यात्रा को सफल, सुरक्षित ओर सुगम बनाने के लिए एसडीआरएफ द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। जिसमें 38 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें मुस्तेदी के साथ यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात की गई हैं। इस यात्रा के दौरान अभी तक एसडीआरएफ द्वारा 38 रेस्क्यू अभियान में सो से भी अधिक यात्रियों की जान बचाई गयी है। साथ ही कुछ दिन पूर्व हुई हेलीकॉप्टर हादसे में भी एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर अपना पूर्ण योगदान दिया है।

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इसके अलावा उनकी टीम में एसडीआरएफ से प्रशिक्षित 119 होमगार्ड भी उनकी टीम का हिस्सा बन राहत बचाव कार्यों में जुटे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मानसून सत्र को लेकर भी एसडीआरएफ पूरी तरह तैयार है। ओर सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच राहत बचाव कार्यों में अपना सहयोग करती है।