Uttarakhand Cloudburst : उत्तराखंड में भारी वर्षा और भूस्खलन से भारी नुकसान पहुंचा है। चमोली, रुद्रप्रयाग, नई टिहरी और बागेश्वर में गुरुवार रात बादल फटने से 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लापता हैं।
Uttarakhand Cloudburst : उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार देर रात एक बार फिर रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर और चमोली में बादल फटने से भारी तबाही मची है। यहां देखते ही देखते मूसलाधार बारिश के साथ मलबा कई घरों में घुस गया और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं। कई जानवर मलबे में दबे हुए हैं। चमोली के देवाल में दो, बागेश्वर के कपकोट में दो और रुद्रप्रयाग के जखोली में एक महिला की मौत हो गई है। 11 लोग अब भी लापता हैं।
चमोली में दो की मौत, दो घायल
चमोली जिले के देवाल ब्लॉक स्थित मोपाटा गांव में बादल फटने से भारी तबाही मची है। यहां भूस्खलन के मलबे में पति पति दब गए थे। कई घंटे की मशक्कत के बाद दोनों के शव बरामद हो गए हैं। यहां दो लोग भूस्खलन की चपेट में आने से घायल भी हुए हैं। घायलों को देवाल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
बसुकेदार में एक महिला की मौत, 8 लापता
रुद्रप्रयाग के बसुकेदार तहसील के तालजामण, बडेथ, डूंगर, थपोण्डी, छेनागाड आदि गांवों में बादल फटने के कारण व्यापक तबाही हुई है, जिसमें पूरा बाजार आपदा की भेंट चढ़ गया है। इस हादसे में कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है और भूस्खलन के बाद एक महिला की जान चली गई, जबकि आठ लोग अभी लापता हैं। इनमें नेपाल के चार श्रमिक भी शामिल हैं। वहीं पौड़ी के श्रीनगर में अलकनंदा नदी का पानी बदरीनाथ हाईवे तक पहुंच गया है।
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टिहरी जनपद के भिलंगना ब्लॉक में बादल फटने की घटना हुई है। भिलंगना ब्लॉक के दिवाली गांव के ऊपर रात के समय बादल फटा है। टिहरी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट के अनुसार बादल फटने से कोई जनहानि की सूचना नहीं है। कृषि भूमि, पेयजल लाइन और विद्युत लाइनों को नुकसान पहुंचा है। यहां बाल गंगा और धर्म गंगा नदियां उफान पर हैं।
बागेश्वर में 2 की मौत, 3 लापता
बागेश्वर जनपद के कपकोट ब्लॉक के ग्राम पौंसारी गांव में गुरुवार देर रात बादल फटने की घटना हुई है। पौंसारी गांव में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान एक घर भूस्खलन की चपेट में आने से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि तीन लोग अभी भी लापता है। वहीं गांव का संपर्क सड़क से टूट गया है। ग्रामीणों के धान के खेतों में मलवा आने से फसल भी चौपट हो गई है।
सीएम धामी ने की हाईलेवल बैठक
वहीं मुख्यमंत्री धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में आयोजित आपदा प्रबंधन की उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं शीघ्र उपलब्ध कराई जाएं। सड़क, विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में उन्हें तत्काल सुचारू किया जाए। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से रुद्रप्रयाग, चमोली और टिहरी के जिलाधिकारियों से बादल फटने की घटनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी लाने के निर्देश दिए।
आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत
वहीं खटीमा के कंजाबाग गांव में आकाशीय बिजली गिरने से एक महिला की मौत हो गई। महिला शुक्रवार की सुबह अपने नल से पानी भरने गई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया है।