स्मार्टफ़ोन की दुनिया में एप्पल हमेशा से ट्रेंड सेट करता आया है और बाकी कंपनियां अक्सर उसके कदमों का अनुसरण करती हैं। इसी कड़ी में एप्पल ने इस सप्ताह अपना अब तक का सबसे पतला आईफ़ोन iPhone Air लॉन्च किया है, जिसमें केवल ई-सिम (eSIM) सुविधा होगी। इसके साथ ही अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या आने वाले समय में सिम कार्ड का अंत हो जाएगा।
सालों से लोग फ़ोन में छोटे-से प्लास्टिक सिम कार्ड (SIM) को इस्तेमाल करते आ रहे हैं, लेकिन iPhone Air से यह इतिहास बनने की ओर बढ़ रहा है।
ई-सिम की ओर बढ़ता रुझान
- 2024 में दुनियाभर में 103 करोड़ स्मार्टफ़ोन ई-सिम का इस्तेमाल कर रहे हैं।
- 2030 तक यह संख्या 301 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।
- अमेरिका में 2022 से ही केवल ई-सिम वाले आईफ़ोन उपलब्ध हैं।
- सैमसंग और गूगल जैसे निर्माता भी ई-सिम को तेजी से अपना रहे हैं।
ई-सिम के फायदे
टेक विशेषज्ञों के मुताबिक, ई-सिम पर जाने से कई लाभ होंगे:
- ज़्यादा जगह की बचत – फोन में बड़ी बैटरी लगाई जा सकती है।
- पर्यावरण हितैषी – प्लास्टिक सिम कार्ड की ज़रूरत नहीं।
- आसान इंटरनेशनल रोमिंग – विदेश यात्रा में ज्यादा विकल्प और कम बिल संबंधी परेशानी।
- सुविधाजनक अनुभव – सिम लेने के लिए स्टोर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
लेकिन चुनौतियां भी
हालांकि, ई-सिम का इस्तेमाल हर किसी के लिए आसान नहीं होगा। खासकर बुज़ुर्ग और टेक्नोलॉजी से कम परिचित लोग इसे सहजता से स्वीकार नहीं कर पाएंगे। कंपनियों को ग्राहकों को ई-सिम का सही उपयोग समझाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
फिलहाल एप्पल ने सभी देशों में सिम स्लॉट पूरी तरह खत्म नहीं किया है, लेकिन जिस रफ्तार से ई-सिम बढ़ रहा है, यह साफ है कि आने वाले सालों में सिम ट्रे इतिहास बन जाएगी।