Uttarakhand STF की बड़ी कार्रवाई, Matrimony साइट और निवेश स्कैम में लाखों की ठगी करने वाला ठग गिरफ्तार

Uttarakhand STF :  उत्तराखंड  STF ने बड़ी कार्रवाई करते हुए  Bharat Matrimony साइट और निवेश स्कैम में 17 लाख की ठगी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है।

 

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ  नवनीत सिंह द्वारा जानकारी देते हुए बताया कि एक प्रकरण वर्ष 2021 का है, जिसमें पीड़ित निवासी देहरादून ने थाना साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने *Bharat Matrimony साइट* पर पंजीकरण कराने के बाद व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क करने वाले अभियुक्त से संपर्क किया, जिन्होंने स्वयं को प्रतिष्ठित कंपनी के अधिकारी बताकर पीड़ित का विश्वास जीता। उन्होंने निवेश और व्यापार के बहाने *Aquadin Herbal Oil/* पाउडर में पैसा लगाने के लिए पीड़ित से *कुल ₹17,10,000/-* प्राप्त किए। अभियुक्तों ने प्राप्त दस्तावेज़, व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी का दुरुपयोग करते हुए लेन-देन को नियंत्रित किया और पीड़ित के खाते से धनराशि निकाल ली। मामले की विवेचना उपरांत अभियुक्तगण के विरुद्ध साक्ष्य पाए जाने पर चार्जशीट दाखिल की गई, और प्रकरण में न्यायालय द्वारा गैर-जमानती वारंट भी जारी किया गया था।

साइबर क्राइम पुलिस टीम द्वारा लगातार तकनीकी निगरानी एवं सतत पुलिसिंग से अभियुक्त का लोकेशन ट्रेस कर उसे दबोचा गया। इस प्रकरण का मुख्य अभियुक्त रमेश भाटी पुत्र घेवर राम निवासी 07 पोपा भारती निकट PNB बैंक भारती सोसाईटी थाना कोंडवा पूणे शहर महाराष्ट्र  को गिरफ्तार किया गया।

अपराध का तरीका

अभियुक्त ने Bharat Matrimony साइट और व्हाट्सएप के माध्यम से पीड़ित से संपर्क किया और स्वयं को प्रतिष्ठित कंपनी के अधिकारी बताते हुए विश्वास में लिया। निवेश और व्यापार के बहाने, विशेषकर Aquadin Herbal Oil/पाउडर के नाम पर, पीड़ित को लाखों रुपये जमा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने आवश्यक दस्तावेज़ और लेन-देन की पुष्टि के बहाने पीड़ित से व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी प्राप्त की। इसके बाद, प्राप्त जानकारी और निर्देशों का दुरुपयोग करते हुए पीड़ित के खाते से *कुल ₹17,10,000/-* की धनराशि निकाल ली। इस प्रकार, व्यक्तिगत संबंध और व्यवसाय के प्रलोभन का झांसा देकर अभियुक्तों ने साइबर और आर्थिक धोखाधड़ी अंजाम दी।

प्रारम्भिक पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह लगातार फर्जी पहचान पत्र, अलग-अलग मोबाइल नंबर और विभिन्न बैंक खातों का प्रयोग करके धोखाधड़ी करता था, ताकि अन्य को ठगा जा सके और पुलिस की पकड़ से बचा जा सके।