Uttarakhand: तीन अलग फॉर्म और नकली डाक्यूमेंट्स…UKSSSC परीक्षा से पहले बड़ा खुलासा, यूपी का अभ्यर्थी पकड़ा गया

Uttarakhand: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में धोखाधड़ी की सनसनीखेज कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया है।

फर्जीवाड़ा कर किए 3 आवेदन 

दरअसल, 5 अक्टूबर को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से सहकारी निरीक्षक वर्ग 2/सहायक विकास अधिकारी पदों पर लिखित परीक्षा प्रस्तावित थी। हालांकि, इसे स्थगित किया जा चुका है। वहीं, आयोग ने परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों के डाटा परीक्षण किया। जिसमें एक अभ्यर्थी के संदिग्ध होने की जानकारी मिली। जिसके बाद मामले की जांच के लिए आयोग ने पुलिस को एक पत्र भेजा।

देहरादून पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक अभियुक्त सुरेंद्र कुमार को हिरासत में लिया है, जिसने UKSSSC की सहकारी निरीक्षक, वर्ग-2 और सहायक विकास अधिकारी की लिखित परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने की योजना बनाई थी।सुरेंद्र ने अपनी वास्तविक उम्र छिपाने के लिए फर्जी दस्तावेज बनाए और तीन अलग-अलग परीक्षा केंद्रों—टिहरी, हरिद्वार और देहरादून—से तीन अलग-अलग मोबाइल नंबरों का उपयोग कर आवेदन किया।

मुकदमा दर्ज

UKSSSC की शिकायत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून ने गोपनीय जांच के आदेश दिए। जांच में पता चला कि सुरेंद्र ने अपनी जन्मतिथि को 1988 से बदलकर 1995 दर्शाया और फर्जी प्रमाण पत्रों का उपयोग किया। पुलिस ने उसके खिलाफ रायपुर थाने में धारा 318(4), 336(3), और 340(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है।

अभियुक्त का बयान

पूछताछ में सुरेंद्र ने कबूल किया कि वह गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षक है। सरकारी नौकरी की उम्र सीमा निकलने के कारण उसने फर्जी दस्तावेज बनाए।