बच्चे के साथ इस क्रूरता को देख लोग भड़क गये और दंपती की जमकर पिटाई कर डाली। चर्चा है कि मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा हो सकता है। हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है।
हरिद्वार में एक हृदयविदारक मामला सामने आया है। एक दंपती ने अपने 5 साल के बच्चे को हर की पौड़ी पर गंगा में डुबोकर मार डाला। बच्चे के साथ इस क्रूरता को देख लोग भड़क गये और दंपती की जमकर पिटाई कर डाली। पुलिस ने बामुश्किल आरोपियों को भीड़ से छुड़ाया। चर्चा है कि मामला तंत्र-मंत्र से जुड़ा हो सकता है। हालांकि पुलिस ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है।
परिजनों ने अपने बच्चे को गंगा में डुबोकर मार डाला
बुधवार दोपहर को दिल्ली का एक परिवार अपने 5 साल के बच्चे को लेकर हर की पैड़ी पर पहुंचा। परिवारजनों ने यहां बच्चे को ब्रह्मकुंड में ले जाकर गंगा में डुबो दिया। इतना ही नहीं यह लोग उसे बार-बार गंगा में डुबोते रहे। जब आसपास के लोगों ने बच्चे को डुबोते हुए देखा तो दंपती को रोकने की कोशिश की। हालांकि वे लोग नहीं माने और बच्चे को डुबोते रहे।
भीड़ ने आरोपियों को पकड़कर पीटा
ये देखकर वहां अफरा तफरी मच गई और लोगों ने किसी तरह से बच्चे को बाहर निकाला। वहां मौजूद लोगों ने दंपती को पकड़कर पीट दिया। तब तक सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला, हर की पैड़ी चौकी इंचार्ज संजीव चौहान टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने बच्चे को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो गई थी।
बच्चे को था ब्लड कैंसर
कोतवाली प्रभारी भावना कैंथोला का कहना है कि बच्चे के शव को कब्जे में ले लिया गया है और परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया कि परिजनों का कहना था कि बच्चे को ब्लड कैंसर था और डॉक्टर भी उसके बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे। बच्चे का इलाज एम्स दिल्ली में चल रहा था।
दिल्ली से पहुंचे थे हरिद्वार
वहीं घटना की जानकारी देते हुए एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि दिल्ली से आए, परिजनों का 5 वर्षीय पुत्र ब्लड कैंसर से पीड़ित था जिसको डॉक्टर द्वारा जवाब दिए जाने के बाद परिजन आस्था के चलते 5 वर्षीय बालक को लेकर गंगा स्नान को हरिद्वार पहुंचे थे, जहां किन्हीं कर्म से बालक की मृत्यु हो गई, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं पर जांच की बात कर रही है।
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वही परिवार को दिल्ली से अपनी टैक्सी में लेकर हरिद्वार पहुंचे ड्राइवर का कहना था कि जब परिजन बालक को लेकर उसकी गाड़ी में बैठे थे तभी से बालक बीमार दिखाई दे रहा था और हरिद्वार तक उसकी तबीयत ज्यादा खराब होती दिखाई पड़ रही थी उसके अनुसार परिजन बालक की ज्यादा तबीयत खराब होने और गंगा स्नान की बात कर रहे थे।