दुनिया में सिर्फ अनोखे रीति-रिवाज़ ही नहीं होते हैं, बल्कि अनोखी प्रतियोगिताएं भी होती हैं। जो इतनी दिलचस्प हैं कि आपको सोचने पर मजबूर कर देंगी। जी हां, एक ऐसी ही प्रतियोगिता इन दिनो हो रही है यूरोप के एक गांव में। जहां सिर्फ प्रतियोगियों को अपने आलस्य की हद दिखानी होती है।
सबसे आलसी इंसान को मिलेगा बड़ा इनाम
यूरोप के उत्तरी मोंटेनेग्रो के रिसॉर्ट गांव ब्रेज़ना में एक विचित्र प्रतियोगिता चल रही है। यहां सात प्रतियोगी अपने आप को सबसे आलसी साबित करने के लिए कुल 20 दिनों से बस लेटे पड़े। और “सबसे आलसी नागरिक” का प्रतिष्ठित खिताब पाने की उम्मीद कर रहे हैं। पिछले साल बना 117 घंटे का रिकॉर्ड टूट चुका है लेकिन कोई उठने को तैयार नहीं है। बता दें कि ये प्रतियोगिता पिछले 12 साल से चल रही है और इसमें जीतने वाले को 1,070 डॉलर यानि भारतीय मुद्रा में करीब 89 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाता है।
खाने, पीने, पढ़ना, सब काम लेटकर
प्रतियोगियों को खाने, पीने, पढ़ने और सेल फोन और लैपटॉप का उपयोग करने की भी अनुमति है लेकिन उन्हें यह सब काम लेटकर करना होगा। प्रतियोगिता में उठना-बैठना और खड़े होना नियमों का उल्लंघन माना जाता है। जो भी ऐसा करता है, उसे तुरंत बाहर कर दिया जाता है। प्रतियोगियों को हर 8 घंटे में 10 मिनट का टॉयलेट ब्रेक दिया जाता है।
हर आठ घंटे में 10 मिनट का बाथरूम ब्रेक
प्रतियोगी 23 वर्षीय फिलिप कनेजेविक ने रॉयटर्स को बताया कि उन्हें विश्वास है कि वह जीत का दावा करेंगे। यहां आलसी नंबर 1 को पुरस्कार दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारे पास यहां वह सब कुछ है जो हमें चाहिए, मौजूद लोगों की कंपनी शानदार है, समय तेजी से बीतता है” बस उठना-बैठना नियमों का उल्लंघन है, जैसा कि खड़े होना है। हालांकि उन्हें हर आठ घंटे में 10 मिनट का बाथरूम ब्रेक मिलता है।
12 सालों से हो रही है प्रतियोगिता
कंपटीशन के आयोजक और मालिक रेडोंजा ब्लागोजेविक ने बताया कि प्रतियोगिता 12 साल पहले इस मिथक का मजाक उड़ाने के लिए शुरू हुई थी कि मोंटेनिग्रो के लोग आलसी हैं। प्रतियोगिता 21 लोगों से शुरू हुई थी लेकिन अब 7 लोग बचे हैं और ब्लागोजेविक ने कहा कि शेष सात लोग 463 घंटों से लेटे हुए हैं।