नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से एच-1बी वीज़ा शुल्क में भारी बढ़ोतरी और भारत पर 50% टैरिफ जैसे कदमों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से विदेशी सामानों को त्यागने और ‘मेड इन इंडिया’ को अपनाने की जोरदार अपील की। रविवार को देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कल से देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है, जिससे आम जनता की बचत बढ़ेगी और 99% चीजों पर सिर्फ 5% टैक्स लगेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “देश की स्वतंत्रता को जैसे स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली वैसे ही देश की समृद्धी को भी स्वदेशी के मंत्र से ही ताकत मिलेगी। आज जाने-अनजाने में कई विदेशी चीजें हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन गई हैं, जिनका हमें पता भी नहीं है… हमें इनसे मुक्ति पानी होगी। हमें वो सामान खरीदना चाहिए जो मेड इन इंडिया हो, जिसमें हमारे लोगों की मेहनत और पसीना लगा हो, हमें हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना होगा। गर्व से कहो कि ये स्वदेशी है, मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी सामान बेचता हूं, ये हर भारतीय का स्वभाव बनना चाहिए, ऐसा होने पर ही भारत विकसित होगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “पहले लोग अलग-अलग टैक्स के जाल में उलझे रहते थे, दूसरे शहरों में सामान भेजना मुश्किल और महंगा था। 2017 में हमने नया इतिहास रचा और जीएसटी को प्राथमिकता दी। वन नेशन, वन टैक्स का सपना साकार हुआ।”
मोदी ने आत्मनिर्भर भारत पर ज़ोर देते हुए कहा, “देश की स्वतंत्रता को जैसे स्वदेशी के मंत्र से ताकत मिली, वैसे ही देश की समृद्धि को भी स्वदेशी से ही शक्ति मिलेगी। हमें विदेशी चीजों से मुक्ति पाना है। हर घर स्वदेशी का प्रतीक बने, हर दुकान स्वदेशी से सजे। वही सामान खरीदें जिसमें हमारे देश के नौजवानों की मेहनत और पसीना हो।”
उन्होंने MSME सेक्टर की भूमिका को भी महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी है और इसमें छोटे व मध्यम उद्योगों का बड़ा योगदान होगा।
पीएम मोदी ने कहा, “अब रोज़मर्रा की ज्यादातर चीजें और सस्ती होंगी। ये नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स भारत की ग्रोथ स्टोरी को एक्स्लेरेट करेंगे, कारोबार को आसान बनाएंगे और हर राज्य को विकास की दौड़ में बराबरी का साथी बनाएंगे।”
ट्रंप की बढ़ती ट्रेड वॉर पॉलिसी पर बिना नाम लिए पीएम मोदी ने साफ संदेश दिया कि भारत किसी विदेशी दबाव में झुकने वाला नहीं है और आत्मनिर्भर भारत ही देश की सच्ची ताकत बनेगा।