Uttarakhand: उत्तराखंड एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई- फर्जी पहचान और बैंक डिटेल्स का उपयोग कर 3.20 करोड़ की साइबर धोखाधड़ी करने वाला गिरोह सरगना आरोपी सूरज मौला को गैर राज्य खरदह पुलिस स्टेशन बैरकपुर कमिश्नरेट पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। इस आरोपी के पास से कई सिम और मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।आरोपी के खाते में एक ही दिन में एक करोड़ रुपये से भी अधिक का लेनदेन पाया गया है।
एसटीएफ आरोपी के साथियों की तलाश कर रही है। एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने बताया कि गत मई में टिहरी गढ़वाल के रहने वाले व्यक्ति ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उन्हें एक व्यक्ति ने खुद को कंपनी का एमडी बताते हुए कॉल किया था। फोन पर बताया गया था कि उसने एक नया नंबर लिया है। अब इसी नंबर को सुरक्षित कर लो। इसके बाद कहा गया कि एक नए प्रोजेक्ट में पैसा लगाना है। इसके लिए तत्काल 1.95 करोड़ रुपये के भुगतान को प्रोसेस करने के लिए कहा गया। पीड़ित ने उसकी बातों पर विश्वास करते हुए यह रकम श्याम ट्रेडिंग कंपनी के खाते में जमा करा दी।
इसके बाद और रकम जमा करने के लिए कहा गया। इस पर उन्होंने सवा करोड़ रुपये और जमा करा दिए। कुल मिलाकर विभिन्न खातों में 3.20 करोड़ रुपये जमा करा दिए गए, लेकिन इसी बीच उन्हें पता चला कि एमडी ने कोई नंबर नहीं बदला है और न ही प्रबंधन ने किसी अन्य प्रोजेक्ट में पैसा लगाने की बात कही है। इस पर उन्हें ठगी का पता चला। इस शिकायत पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई तो सूरज मौला का नाम सामने आया।
इस दरम्यान कई बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जांच की गई थी। इसमें पता चला कि मौला के एक ही खाते में केवल 24 घंटों के भीतर एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा की रकम जमा की गई है। मौला के पास से दो मोबाइल फोन, एक ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, तीन डेबिट कार्ड और पांच सिम बरामद हुए हैं। उसके अन्य साथियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साईट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अन्जान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । साथ ही, सभी से अपील है कि वे फर्जी निवेश ऑफर जैसे YouTube like सब्सक्राइब, टेलीग्राम आधारित निवेश वेबसाइट ऑफर में निवेश न करें, किसी भी अन्जान व्यक्ति से सोशल मीडिया पर दोस्ती न करें, अन्जान कॉल आने पर लालच में न आये, कॉलर की सत्यता की जांच करे बिना किसी भी प्रकार की सूचना / दस्तावेज न दें ।
ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर को सर्च न करें ।तेजी से बढ़ रहे इन्वेस्टमेंट स्कैम्स ने लाखों लोगों को अपना शिकार बनाया है। स्कैमर्स वेबसाइट्स और नकली रिव्यू प्रोग्राम्स के माध्यम से लोगों को पहले छोटे-छोटे इनाम देकर भरोसा जीतते हैं तथा फिर धीरे-धीरे उन्हें भारी रकम निवेश करने पर मजबूर कर देते हैं। कम समय में अधिक लाभ के चक्कर में इन्वेस्ट ना करेंव शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।