चमोली स्थित चौखंभा पर्वत पर चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन में टीम को सफलता मिली है। फंसे दोनों पर्वतारोहियों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है। सीएमओ की ओर से इस संबंध में खुशी जाहिर की गई।
बताते चलें कि 11 सितंबर को ब्रिटिश नागरिक फायजाने (उम्र 27) और मिचेल थेरेसा (उम्र 23) चौखंबा थ्री पर्वत की चढ़ाई के लिए निकली थी और दोनों को 18 अक्टूबर तक वापस लौटना था। लेकिन दोनों वहीं फंस गई। 3 अक्टूबर को दोनों के चौखंबा पर्वत पर फंसे होने की सूचना मिली। जिसके बाद उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन विभाग चमोली, भारतीय वायु सेना, एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल की ओर से बचाव अभियान शुरू किया गया।
चौखंभा तीन पर्वत की 6015 मीटर ऊंचाई पर फंसे विदेशी पर्वतारोहियों को आखिरकार रेस्क्यू टीम ने रविवार को खोज निकाला। दोनों पर्वतारोहियों को सेना ने हेलीकॉप्टर से सुरक्षित जोशीमठ तक पहुंचाया। सेना और एसडीआरएफ के प्रयासो की विदेशी पर्वतारोहियों ने जमकर सराहना की। उनके चेहरे पर अलग खुशी दिख रही थी।
मिशन थैरेसा ने बताया कि हम दोनों चढ़ाई कर रहे थे, दोनों के पास अपने अपने बैग थे, ऊपर से पत्थर के गिरने के कारण हमारे हाथ की रस्सी टूट गई और हम नीचे गिर गए। चौखंबा पर फंसी बिक्रेन की थैजैन मैनर्स ने बताया कि फंसे होने का मैसेज फ्रांस की एक टीम को भेजा, इसके बाद के फ्रांस के पर्वतारोही उनके मदद करने के लिए पहुंचे। दोनों ही पर्वतारोही सुरक्षित पहुंच चुके हैं जिसके बाद शासन प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है।