Chamoli: एसपी सर्वेश पंवार को पौड़ी SSP के पद पर स्थानान्तरण होने पर चमोली पुलिस ने दी भावभीनी विदाई 

Chamoli: “ये सिर्फ विदाई नहीं, एक शानदार कार्यकाल का भव्य सम्मान है!” – इन शब्दों के साथ, चमोली पुलिस परिवार ने आज अपने प्रेरणास्रोत और कुशल नेतृत्वकर्ता, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार (IPS) को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी गढ़वाल के पद पर स्थानान्तरण होने पर शुभकामनाओं सहित भावभीनी विदाई दी। पुलिस कार्यालय गोपेश्वर में आयोजित विदाई समारोह में गर्व और हल्की उदासी का एक अनोखा संगम देखने को मिला।

 

कर्तव्य, अनुशासन और कुशल नेतृत्व का प्रतीक रहा कार्यकाल

15 मार्च 2024 को एसपी चमोली ने जिस दिन कार्यभार संभाला, उसी दिन उनका मंत्र स्पष्ट था: “सख्ती सिर्फ अपराधियों के लिए, संवेदना आम जनता के लिए!”अपने लगभग 01 साल 07 महीने के कार्यकाल में उन्होंने जिस तरह अपराध पर ‘जीरो टॉलरेंस’ का ‘बुलडोजर’ चलाया, वह एक मिसाल बन गया है।

ग्राउंड जीरो के हीरो: आपदा में बने ‘ढाल’

एसपी सर्वेश पंवार के नेतृत्व का सबसे ज्वलंत उदाहरण आपदा प्रबंधन में देखने को मिला। चाहे वह नन्दानगर की भीषण आपदा हो या थराली का संकट, एसपी सर्वेश पंवार हमेशा अग्रिम मोर्चे पर, ‘ग्राउंड जीरो’ पर चट्टान की तरह डटे रहे। उनके त्वरित निर्णय, जोखिम प्रबंधन और मौके पर उपस्थिति ने न सिर्फ राहत और बचाव कार्यों को नई गति दी, बल्कि प्रभावित नागरिकों में सुरक्षा और विश्वास की अभूतपूर्व भावना जगाई, जिसकी नागरिकों ने खुले दिल से सराहना की।

 चारधाम यात्रा — सुरक्षा, सेवा और संवेदना का संगम

चारधाम यात्रा 2024 व 2025 के दौरान जब लाखों श्रद्धालु श्री बद्रीनाथ, श्री हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी पहुंचे, तब पुलिस अधीक्षक श्री सर्वेश पंवार (IPS) के नेतृत्व में चमोली पुलिस ने विषम भौगोलिक परिस्थितियों में भी यात्रा को सुरक्षित, सुचारू एवं निर्विघ्न बनाया। जिसके परिणामस्वरूप देश और विदेश से आए श्रद्धालुओं ने चमोली पुलिस की अनुशासित कार्यशैली, संवेदनशील व्यवहार और तत्पर सेवा की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

गैरसैंण विधानसभा सत्र और वीवीआईपी ड्यूटी — जिम्मेदारी का उत्कृष्ट निर्वहन

एसपी सर्वेश पंवार के नेतृत्व में गैरसैंण विधानसभा सत्रों का सकुशल संचालन और वीवीआईपी ड्यूटी का कुशल प्रबंधन चमोली पुलिस के अनुशासन और सामंजस्य का उत्कृष्ट उदाहरण रहा। महोदय के सूझबूझपूर्ण नेतृत्व और सूक्ष्म योजना के कारण सभी कार्यक्रम शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुए।

 ‘नशामुक्त चमोली

उनके मार्गदर्शन में यह अभियान एक जन-आंदोलन बन गया। नशा तस्करों के खिलाफ निर्णायक, ताबड़तोड़ कार्रवाई हुई, जिससे अपराधी जेल के सलाखों के पीछे पहुंचे। साथ ही, व्यापक जागरूकता अभियानों से युवाओं को नशे के दलदल से दूर रखने का मजबूत प्रयास किया गया।

मिशन शक्ति

महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा एवं आत्मनिर्भरता के लिए “मिशन शक्ति” को नई धार दी गई। दूरस्थ विद्यालयों और ग्राम सभाओं तक जाकर साइबर सुरक्षा, आत्मरक्षा और ‘गुड टच-बैड टच’ पर कार्यशालाएं आयोजित हुईं। आज चमोली की बेटियां पहले से कहीं अधिक सजग, आत्मविश्वासी और सशक्त हैं।

साइबर अपराध पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’

डिजिटल ठगों पर लगाम लगाने के लिए विशेष “साइबर जागरूकता अभियान” चलाए गए। पुलिस ने न सिर्फ नागरिकों को ठगी के गुर बताए, बल्कि ठगी गई लाखों की धनराशि सफलतापूर्वक वापस उनके खातों में लौटाकर जनता का दिल जीत लिया। बाहरी राज्यों से साइबर ठगों को गिरफ्तार कर एक कड़ा संदेश दिया गया कि कानून के दायरे से कोई नहीं बच सकता।

‘पुलिस जनता के लिए’: यह सिर्फ नारा नहीं, मिशन था!

रात्रि प्रवास की अभिनव पहल:- दूरस्थ गांवों में थाना प्रभारियों को जनता के बीच रात बिताने का निर्देश देकर, उन्होंने पुलिस और आम आदमी के बीच की दूरी खत्म कर दी। इससे जनता और पुलिस के बीच ‘विश्वास का पुल’ मजबूत हुआ।

 

समारोह में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने भावुकता के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि, “एसपी महोदय हमारे लिए केवल एक अधिकारी नहीं, बल्कि प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। उन्होंने सिखाया कि सच्ची पुलिसिंग सिर्फ अपराध रोकना नहीं, बल्कि समाज में विश्वास और संवेदना जगाना है।”

अपने संबोधन में सर्वेश पंवार ने चमोली पुलिस परिवार का आभार व्यक्त करते हुए ‘टीम वर्क’ की सराहना की। उन्होंने कहा, “चमोली मेरे लिए केवल एक कार्यक्षेत्र नहीं, बल्कि एक परिवार रहा। यहां के हर अधिकारी/कर्मचारी की लगन, निष्ठा और जनता के प्रति संवेदना ही इस जनपद की सबसे बड़ी पूँजी है।” समस्त पुलिस परिवार ने उन्हें फूलों, सम्मान चिह्नों और नई जिम्मेदारी के लिए हृदय से शुभकामनाओं के साथ विदाई दी।