Chamoli Disaster: जिलाधिकारी संदीप तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने शनिवार को विकासखंड नंदानगर के धुर्मा, मोख, कुंडी, आपदा प्रभावित गांवों का दौरा किया। सड़क बाधित होने के बावजूद दोनों अधिकारी दुर्गम रास्तों से होकर प्रभावित क्षेत्रों तक पहुँचे और राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति का विस्तृत जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से बिजली, पानी और राशन के उपलब्धता की जानकारी ली जिस पर ग्रामीणों द्वारा बताया गया की प्रशासन द्वारा गावों में लगातार राहत सामग्री भेजी जा रहीं हैं साथ ही पेयजल और बिजली की भी वैकल्पिक व्यवस्था सुचारु कर दी गयी हैं मौके पर एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू कार्य कर रही है। जिलाधिकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुँचकर पीड़ितों से मिले अस्पताल में ही उपचाराधीन महेंद्र रावत (उम्र 44) से उनका हाल जाना।

ग्रामीणों ने विस्थापित किये जाने की मांग रखी
ग्राम प्रधान धुर्मा पुष्पेंद्र रावत ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रभावित क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के समक्ष विस्थापित किये जाने की मांग रखी, स्थानीय ग्रामीणों की प्रमुख मांग पर, जिलाधिकारी ने एसडीएम चमोली को निर्देशित किया कि भूवैज्ञानिकों से सर्वे कराकर विस्थापन हेतु उपयुक्त भूमि चयनित की जाए।
उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग खोलने के लिए ब्लास्टिंग की अनुमति प्रदान की जा चुकी है लेकिन पूरी तरह वाशआउट हुए मार्ग को सुचारु करने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है। उन्होंने धुर्मा क्षेत्र में स्थायी हेलीपैड निर्माण की आवश्यकता पर बल देते हुए संबंधित अधिकारियों को शीघ्र इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को मूलभूत सुविधाओं की स्थिति का स्थलीय आकलन कर आवश्यक व्यवस्थाओं को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
