Chamoli: जिलाधिकारी गौरव कुमार की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय सभागार में बण्ड विकास औद्योगिक एवं किसान मेले के आयोजन को लेकर जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने मेले के सफल संचालन हेतु सभी विभागों को परस्पर समन्वय बनाकर आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बण्ड विकास औद्योगिक एवं किसान मेले की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी संबंधित विभागों को विभागीय स्टाल लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहन पार्किंग की सुव्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, साफ–सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, चिकित्सकीय सुविधाओं, तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सुचारू संचालन हेतु समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए मेले को सफल एवं आकर्षक बनाने की बात कही।बण्ड विकास संगठन पीपलकोटी द्वारा प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी 20 से 26 दिसम्बर 2025 तक पीपलकोटी में बण्ड विकास, औद्योगिक, पर्यटन एवं किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है।
केन्द्र राज्य क्षेत्र की योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा
वहीं जिलाधिकारी गौरव कुमार की अध्यक्षता में ग्राम्य विकास, रीप तथा एनआरएलएम के तहत संचालित केन्द्र एवं राज्य क्षेत्र की योजनाओं की प्रगति की भी विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि जिला प्रशासन का लक्ष्य है कि अधिकाधिक ग्रामीण परिवारों को आजीविका एवं रोजगार से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाया जाए।
जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त मार्गों के सुधारीकरण, क्षतिग्रस्त गौशालाओं के पुनर्निर्माण कार्य एवं अन्य निर्माण कार्य मनरेगा के माध्यम से प्राथमिकता पर कराए जाएं, ताकि स्थानीय लोगों को निरंतर रोजगार मिल सके और क्षेत्रीय विकास को भी गति मिले।जिलाधिकारी ने परियोजना प्रबंधक रीप को निर्देशित किया कि जनपद में बहुहितधारक कार्यशालाओं का आयोजन करते हुए ग्रामोत्थान परियोजना के अंतर्गत गांवों में उद्यम स्थापना, उत्पादों की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग को सुदृढ़ किया जाए। उन्होंने प्रत्येक परियोजना का ग्राउंड लेवल पर प्लान तैयार कर स्थानीय उत्पादों को बाजार तक ले जाने के लिए प्रभावी रणनीति बनाये जाने के निर्देश दिए।
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को एनआरएलएम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों, ग्राम संगठनों एवं सीएलएफ द्वारा तैयार किए जा रहे स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता सुधार, पैकेजिंग एवं मार्केट लिंकेज बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सेल्फ हेल्प ग्रुप (एसएचजी) को मजबूत करना प्रशासन की प्राथमिकता है, ताकि ग्रामीण महिलाओं की आजीविका में उल्लेखनीय वृद्धि हो सके।जिलाधिकारी ने सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ विभिन्न कन्वर्जेन्स योजनाओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए।
