Champawat: कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला दल शुक्रवार को चंपावत जिले के टनकपुर पहुंचा। टनकपुर में कैलाश मानसरोवर यात्रा के प्रथम दल का पारंपरिक रीति-रिवाजों एवं सांस्कृतिक उत्साह के साथ भव्य स्वागत किया गया।
पर्यटन आवास गृह टनकपुर परिसर ढोल-दमऊ की गूंज और “बम-बम भोले” के जयघोष से कैलाश यात्रियों का भव्य स्वागत किया गया। श्रद्धालु यात्रियों का अभिनंदन छोलिया नृत्य दल की मनमोहक प्रस्तुति के साथ किया गया, वहीं पारंपरिक परिधान में सजी बालिकाओं ने तिलक और आरती कर, पुष्पवर्षा तथा फूलमालाएं पहनाकर यात्रियों का स्वागत किया। स्वागत समारोह में आध्यात्मिकता और लोकसंस्कृति का सुंदर समागम देखने को मिला।
प्रथम दल में कुल 45 यात्री शामिल हैं, जिनमें 32 पुरुष एवं 13 महिलाएं हैं। यात्रियों की राज्यवार संख्या इस प्रकार है – छत्तीसगढ़ 1, दिल्ली 7, गुजरात 11, जम्मू एवं कश्मीर 2, मध्यप्रदेश 3, महाराष्ट्र 5, राजस्थान 6, तमिलनाडु 2, तेलंगाना 1, उत्तर प्रदेश 4, उत्तराखंड 2 एवं पश्चिम बंगाल 1।यात्रियों ने उत्साहपूर्वक टनकपुर पहुँचकर यात्रा की शुरुआत को यादगार बताया। गुजरात के 25 वर्षीय सौम्य पटेल ने टनकपुर में मिले स्वागत के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। राजस्थान के 69 वर्षीय राजेश कुमार ने व्यवस्थाओं को बहुत अच्छा बताते हुए स्थानीय प्रशासन की सराहना की।
तमिलनाडु की 60 वर्षीय श्रद्धालु लेहरी देवी ने इस यात्रा को एक “अद्भुत आध्यात्मिक अहसास” बताया, जबकि गुजरात के 69 वर्षीय किशोर शाह ने इस ऐतिहासिक यात्रा में जुड़ने के अवसर के लिए भारत सरकार का आभार प्रकट करते हुए आत्मीय स्वागत के लिए सभी टनकपुरवासियों और उत्तराखंड सरकार का विशेष धन्यवाद किया। यात्रियों ने यात्रा मार्ग में की जा रही व्यवस्थाओं और भव्य स्वागत के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी हृदयपूर्वक आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण वर्ष 2019 से स्थगित कैलाश मानसरोवर यात्रा को इस वर्ष पुनः आरंभ किया गया है। कल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रथम दल को विधिवत रूप से कैलाश मानसरोवर को रवाना करेंगे।