शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर माता दुर्गा के आखिरी स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना की गई। नवरात्र के नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा करने का विधान होता है और महा अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन करते हुए मां की विदाई होती है। शुक्रवार को घरों और मंदिरों में कन्यापूजन किया गया।
सीएम धामी ने किया कन्या पूजन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासकीय आवास पर शारदीय नवरात्र के नवम् दिवस पर अष्ट सिद्धियों की दात्री मां सिद्धिदात्री की आराधना कर लोक कल्याण के लिए प्रार्थना की। साथ ही सम्पूर्ण विधि-विधान से देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आदिशक्ति मां भगवती सभी प्रदेशवासियों का कल्याण करें और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करें, ऐसी कामना करता हूं।
राज्यपाल ने किया कन्या पूजन
वहीं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने राजभवन में सपरिवार शारदीय नवरात्रि की महानवमी के अवसर पर राजभवन में पूरे विधि-विधान से देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन किया। राज्यपाल ने सभी प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य की कामना की, और इस पर्व के माध्यम से समाज में नारी शक्ति के सम्मान को और मजबूत करने का आह्वान किया।
ये भी पढ़ें 👉:Gangotri Dham: शीतकाल के लिए दो नवंबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाट
राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा की आज का दिन हमारी बेटियों के लिए और भी खास है क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस और नवमी दोनों एक ही दिन मनाए जा रहे हैं। बेटियां सुरक्षित हैं तो हमारा कल सुरक्षित है। इस शुभ अवसर पर हम नारी शक्ति का सम्मान करते हुए बेटियों के अधिकार, शिक्षा व उनकी सुरक्षा के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करने का संकल्प लें।