Dehradun: रिखणीखाल संविदा लाइनमैन मौत के मामले में मुख्यमंत्री का बड़ा एक्शन, तीन अधिकारी क़ो किया निलंबित

Dehradun: पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल ब्लॉक के वड्डाखाल क्षेत्र में संविदा लाइनमैन की मौत मामले में सीएम धामी ने एक्शन लिया है। सीएम धामी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उपखण्ड अधिकारी चंद्रमोहन, अवर अभियंता शुभम कुमार और अधिशासी अभियंता विनीत कुमार सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। सीएम धामी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

सीएम धामी ने एक्शन लिया

सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्युत कार्यों के दौरान सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्यस्थल पर सभी ज़रूरी सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता हो। विशेष रूप से फायर या शॉर्प ऑब्जेक्ट्स जैसे जोखिमपूर्ण उपकरणों के उपयोग के समय संबंधित कर्मियों के पास हेलमेट, ग्लव्स, सेफ्टी बेल्ट, इन्सुलेटेड औजार जैसे सभी सुरक्षात्मक संसाधन मौजूद होने चाहिए। उन्होंने मामले में लापरवाही बरतने सभी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

करंट लगने से हुई थी लाइनमैन अनिल नेगी की मौत 

बता दें कि नैनीडांडा ब्लॉक के अंतर्गत खुटीड़ा निवासी अनिल नेगी (28) पुत्र रणजीत सिंह नेगी विद्युत वितरण खंड नैनीडांडा के विद्युत सब स्टेशन रिखणीखाल में संविदा लाइनमैन था। बीते मंगलवार देर शाम वड्डाखाल क्षेत्र में विद्युत लाइन में खराबी आने पर शटडाउन लेकर वह खंभे पर चढ़ा था। करंट लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। उसका शव काफी देर तक तारों पर ही लटका रहा।

वहीं घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मौके पर मौजूद कर्मियों के साथ हाथापाई की। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार मोहित देउपा, कानूनगो ओमप्रकाश भटगाईं व पुलिस ने ग्रामीणों को शांत कर शव नीचे उतारवाया था।

 पीड़ित परिवार को 1 करोड़ मुआवजा देने की मांग

वहीं उत्तराखंड क्रांति दल ने लाइनमैन की मौत के मामले में ऊर्जा विभाग के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता गुरुवार को दून में प्रबंध निदेशक से मिले और पीड़ित परिवार को 01 करोड़ रुपये मुआवजे देने की मांग की।