Delhi blast: भूटान से लौटते ही सीधा अस्पपताल पहुंचे PM मोदी, घायलों से मुलाकात कर हाल-चाल जाना

Delhi blast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को अपने दो दिवसीय भूटान यात्रा के समापन के बाद नई दिल्ली पहुंचे। भारत लौटने के बाद पीएम मोदी सीधे दिल्ली के लाल किले के बाहर सोमवार को हुए भीषण कार धमाके में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे।

पीएम मोदी ने LNJP अस्पताल में धमाके से प्रभावित और घायल लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और सभी के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस संबंध में एक पोस्ट शेयर किया। पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि इस साजिश को रचने वाले लोगों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

षड्यंत्रकारियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा

वहीं भूटान यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था, ”दिल्ली में हुई भयावह घटना ने सभी के मन को व्यथित किया है। मैं पीड़ित परिवारों का दुख समझता हूं। पूरा देश उनके साथ खड़ा है। मैं हर किसी को आश्वस्त करता हूं कि हमारी जांच एजेंसियां इस षड्यंत्र की तह तक जाएंगी. जो भी लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।”

धमाके में 13 की मौत, 20 घायल 

बता दें कि दिल्ली में लाल किले के बाहर मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास ट्रैफिक सिग्नल पर सोमवार (10 नवंबर) को एक कार में बड़ा धमाका हुआ था। इस धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है और इस घटना में करीब 20 लोग घायल हुए हैं।

मामले की जांच NIA को सौंपी गई 

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस कार धमाके की जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी है। एनआईए के साथ इस मामले में एनएसजी और एफएसएल की टीमें भी जांच में शामिल हैं। फिलहाल, पूरे इलाके में जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने घेराबंदी की हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की छानबीन के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच के आदेश भी दिए हैं।

 लाल किला ब्‍लास्‍ट में शामिल हैं कुल 6 डॉक्‍टर

इस धमाके में अब तक कुल छह डॉक्‍टरों के नाम सामने आए हैं। इनमें से पांच के नाम डॉ. अदील, डॉ. मुझामिल, डॉ. सज्जाद, डॉ. तजामुल और डॉ. सुहैल हैं। सभी पांच फिलहाल पुलिस की कस्टडी में हैं, जबकि माना जा रहा है कि डॉ. उमर की मौत कार ब्लास्ट में हुई है।

सूत्रों के मुताबिक ये सभी कश्मीर के रहने वाले हैं और दिल्ली में सक्रिय एक संदिग्ध नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। जांच एजेंसियां इनसे पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी हैं कि मेडिकल प्रोफेशन की आड़ में आतंकी गतिविधियों की कोई साजिश तो नहीं रची जा रही थी।