राज्य सरकार निःशुल्क उपचार पर खर्च कर चुकी है 1720 करोड़ की धनराशि
कहा, पांच वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों के बनेंगे आयुष्मान कार्ड
पिथौरागढ़/देहरादून, 11 अक्टूबर 2023
राज्य में आयुष्मान योजना के तहत अब तक 9 लाख से अधिक मरीजों का मुफ्त उपचार किया जा चुका है। जिस पर राज्य सरकार ने लगभग 1720 करोड़ की धनराशि खर्च कर दी है। सरकार ने सूबे में पांच वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों को आयुष्मान कार्ड मुहैया कराने और शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी बनाने का लक्ष्य रखा है। है। आयुष्मान भव अभियान के अंतर्गत इस कार्य को गति दी जा रही है।
कुमाऊं मण्डल के तीन दिवसीय भ्रमण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने यहां मीडिया को जारी एक बयान में बताया कि राज्य सरकार प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने के लिये प्रतिबद्ध है। जिसके लिये केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं को धरातल पर उतरने के लिये लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि राज्य में 9.11 लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क उपचार किया जा चुका है जिस पर राज्य सरकार 1720 करोड़ से अधिक की धनराशि व्यय कर चुकी है। इसके अलावा 2800 लाभार्थियों का कोविड व ब्लैक फंगस का उपचार भी आयुष्मान योजना के तहत किया गया जिस पर राज्य सरकार ने रूपये 27.5 करोड की धनराशि खर्च की है। राज्य में अब तक लगभग 52.66 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य मार्च 2024 से पहले सूबे में पांच वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का है। इसी प्रकार राज्य में लगभग 62 लाख से अधिक लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाये जा चुके हैं। सरकार का लक्ष्य राज्य में शत-प्रतिशत लोगों की आभा आईडी बनाने का है। डॉ. रावत ने बताया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति के लिये प्रति वर्ष रूपये 05 लाख तक के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था है। जिसमें 26 प्रमुख बीमारियों हेतु 1671 पैकेजों के माध्यम से चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत प्रदेश में सूचीबद्ध अस्पतालों की कुल संख्या 248 है जिसमें 102 राजकीय व 146 निजी चिकित्सालय शामिल है। इसके अलावा इस योजना के तहत देशभर में 26 हजार से अधिक चिकित्सालय सूचीबद्ध हैं, जहां पर प्रदेश का कोई भी आयुष्मान कार्ड धारक व्यक्ति निःशुल्क इलाज करा सकता है। डॉ. रावत ने बताया कि प्रदेश में आयुष्मान योजना का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।
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आयुष्मान योजना के तहत उपचारित मरीजों का जनपदवार विवरण
अल्मोड़ा 24382
बागेश्वर 10529
चमोली 32428
चंपावत 15063
देहरादून 250086
हरिद्वार 155793
नैनीताल 79524
पौड़ी 76478
पिथोरागढ़ 28217
रूद्रप्रयाग 19808
टिहरी 54132
यूएस नगर 134226
उत्तराकाशी 30492
कुल 9,11,158
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सूबे में 52.66 लाख लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड वितरित
प्रदेश में आयुष्मान भव योजना के अंतर्गत पंचायत व शहरी वार्डों में आयुष्मान कार्ड तैयार कर लाभार्थियों को वितरित किये जा रहे हैं। सूबे में अब तक 52.66 लाख आयुष्मान कार्ड वितरित किये जा चुके हैं। जिसमें अल्मोड़ा जनपद में 2 लाख 66 हजार, बागेश्वर में 01 लाख 14 हजार, चमोली 02 लाख 04 हजार, चम्पावत 01 लाख 19 हजार, देहरादून 10 लाख 92 हजार, हरिद्वार 08 लाख 85 हजार, नैनीताल 05 लाख 02 हजार, पौड़ी गढ़वाल 03 लाख 83 हजार, पिथौरागढ़ 02 लाख 14 हजार, रूद्रप्रयाग 01 लाख 25 हजार, टिहरी 03 लाख 21 हजार, ऊधमसिंहनगर 08 लाख 59 हजार तथा उत्तरकाशी में 01 लाख 82 हजार कार्ड लाभार्थियों को जारी किये जा चुके हैं।
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प्रदेश में बनी 62 लाख से अधिक आभा आईडी
उत्तराखंड में अब तक 62 लाख 14 हजार 518 लोगों के आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) बनाये जा चुके हैं। जिसमें देहरादून जनपद में 7 लाख 31 हजार 330, नैनीताल में 04 लाख 50 हजार 489, हरिद्वार 04 लाख 43 हजार 333, ऊधमसिंह नगर में 02 लाख 75 हजार 701, पौड़ी 02 लाख 45 हजार 425, अल्मोड़ा 01 लाख 96 हजार 431, टिहरी 01 लाख 72 हजार 40, पिथौरागढ़ में 01 लाख 54 हजार 565, चमोली 01 लाख 33 हजार 893, बागेश्वर 85 हजार 321, चम्पावत 80 हजार 91, उत्तरकाशी 74 हजार 320 तथा रूद्रप्रयाग जनपद में 66 हजार 735 आभा आईडी बनाई जा चुकी है। जबकि 31 लाख 04 हजार 844 आभा आईडी के जनपद चिन्हिकरण नहीं हो पाये हैं।
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स्वैच्छिक रक्तदान हेतु प्रदेश में 2.50 लाख लोगों का पंजीकरण
प्रदेशभर में स्वैच्छिक रक्तदान हेतु लोग बढ़-चढ़कर प्रतिभाग कर रहे हैं। अब तक प्रदेश में 02 लाख 48 हजार 713 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान के लिये ई-रक्तकोष पोर्टल पर अपना पंजीकरण कराया है। जिसमें अल्मोड़ा जनपद में 13965, बागेश्वर 6168, चमोली 7528, चम्पावत 07024, देहरादून 32742, हरिद्वार 30758, नैनीताल 34945, पौड़ी गढ़वाल 17260, पिथौरागढ़ 28551, रूद्रप्रयाग 4255, टिहरी गढ़वाल 21655, ऊधम सिंह नगर 36476 तथा उत्तरकाशी में 7386 लोगों शामिल हैं।