कालसी डेरीफार्म मे गौवंश की रेड सिंधी, साहिवाल, गिर एंव थारपारकर ब्रीड तैयार की जाती है।
देहरादून।राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने मंगलवार को कालसी स्थित विश्व प्रसिद्ध अशोक शिलालेख और डेरी फार्म का निरीक्षण किया। भारत सरकार द्धारा संचालित अशोक प्रजनन केंद्र और उसकी विशेषता देखकर राज्यपाल ने राजकीय पशु प्रजनन केंद्र एवं वहां काम कर रहे अधिकारियों कर्मचारी की प्रशंसा की और कहा कि वह बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्हें इस डेरी फार्म का निरीक्षण करने का मौका मिला।
राज्यपाल ने कहा कि टैक्नोलॉजी के मामले में यह पशु प्रजनन केंद्र बहुत ऊंचे दर्जे का है। कहा कि जब वह निरीक्षण कर रहे थे तो डेरी फार्म में जितनी भी गायें है वह बहुत स्वस्थ और हैल्दी दिख रही थी जिससे साबित होता है कि आईबीएफ टैक्नोलॉजी का इस संस्थान के कर्मचारियों ने कितना सही इस्तेमाल किया है।
उन्होंने कहा कि बैल के लिए पूरे भारत मे जो सीमेन भेजा जाता है वह इसी सेंटर से तैयार होकर भेजा जाता है यह बात उन्हें भी आज पहली बार पता चली है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने विदेशों से जो एमओयू इस सेंटर द्वारा साईन किये हैं वह बहुत ज्यादा ख्याति पा रहे है। टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में जितनी सफलता इस सेंटर ने प्राप्त की है मै समझता हूँ कि इससें हम पूरे देश में एक क्रांति ला सकते है।
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आपको बता दें कि कालसी डेरीफार्म मे गौवंश की रेड सिंधी, साहिवाल, गिर एंव थारपारकर ब्रीड तैयार की जाती है। इस अवसर पर राज्यपाल ने डेरीफार्म मे पौधारोपण भी किया।