Happy Diwali 2025: ये क्षण यादगार है…पीएम मोदी ने INS विक्रांत पर नेवी के साथ मनाई दिवाली

Happy Diwali 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार दिवाली गोवा तट पर भारतीय नौसेना के जवानों के साथ मनाई। सशस्त्र बलों के जवानों के साथ दिवाली मनाने की परंपरा को जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा और कारवार के तट पर आईएनएस विक्रांत का दौरा किया।। इस दौरान पीएम मोदी ने जवानों को भी संबोधित किया।

ये हैं पीएम मोदी के दिवाली दौरे

बता दें कि 2014 से प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद से पीएम मोदी सशस्त्र बलों के जवानों के साथ दिवाली मनाते रहे हैं। 2014 में वह लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर में तैनात सैनिकों के साथ प्रकाशोत्सव मनाने गए थे। वर्ष 2015 में वह 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए पंजाब के अमृतसर स्थित डोगराई युद्ध स्मारक गए थे।

2016 में प्रधानमंत्री दिवाली पर हिमाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल और सेना के जवानों से मुलाकात की थी। अगले वर्ष वह जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में सुरक्षा बलों से मिलने गए थे। 2018 में प्रधानमंत्री ने अपनी दिवाली उत्तराखंड के हर्षिल में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों के साथ बिताई थी। 2019 में वे जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जवानों से मिलने गए।

2020 में प्रधानमंत्री राजस्थान के जैसलमेर के लोंगेवाला में थे। प्रधानमंत्री ने 2021 की दिवाली जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में सैनिकों के साथ मनाई। 2022 में प्रधानमंत्री मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कारगिल का दौरा किया था। वहीं, 2023 और 2024 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश के लेपचा और गुजरात के सिरक्रीक में तैनात जवानों के साथ दिवाली मना

अनंत आकाश है, अनंत शक्तियों का प्रतीक आईएनएस विक्रांत

पीएम मोदी ने कहा, आज का दिन अद्भुत है। ये दृश्य अविस्मरणीय है। आज मेरे पास एक तरफ समंदर है, तो दूसरी तरफ मां भारती के वीर जवानों की ताकत है। आज एक तरफ मेरे पास अनंत क्षितिज…अनंत आकाश है और दूसरी तरफ अनंत शक्तियों का प्रतीक यह विशालकाय आईएनएस विक्रांत है। समुद्र के जल पर सूर्य की किरणों की चमक, वीर सैनिकों द्वारा जलाए गए दिवाली के दीयों के समान है। पीएम मोदी ने कहा कि आईएनएस विक्रांत आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक है।

मैं भाग्यशाली हूं कि इस बार दिवाली नौसेना जवानों के बीच मना रहा

पीएम नरेंद्र मोदी ने कारवार के तट पर आईएनएस विक्रांत पर दिवाली मनाते हुए कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि इस बार मैं दिवाली का यह पावन त्योहार नौसेना के आप सभी वीर जवानों के बीच मना रहा हूं। विक्रांत पर बिताई कल की रात, इस अनुभव को शब्दों में कहना कठिन है। मैं देख रहा था कि आप उमंग, उत्साह से भरे हुए थे… आपने स्वरचित गीत गाए। आपने अपने गीतों में जिस प्रकार से ऑपरेशन सिंदूर का वर्णन किया, शायद कोई और कभी इस अनुभूति को प्रकट नहीं कर पाएगा जो युद्ध के मैदान में खड़ा जवान कर पाएगा।

‘ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को इतनी जल्दी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया’

पीएम मोदी ने कहा, कुछ महीने पहले ही हमने देखा कि कैसे विक्रांत नाम ने ही पूरे पाकिस्तान में खौफ की लहर दौड़ा दी थी। इसकी ताकत ऐसी है… एक ऐसा नाम जो युद्ध शुरू होने से पहले ही दुश्मन के हौसले पस्त कर देता है। यही है आईएनएस विक्रांत की ताकत… इस अवसर पर, मैं विशेष रूप से हमारे सशस्त्र बलों को सलाम करना चाहता हूं। भारतीय नौसेना द्वारा जो भय पैदा किया गया है, भारतीय वायुसेना द्वारा दिखाए गए अद्भुत कौशल ने, भारतीय सेना की जांबाजी ने, तीनों सेनाओं के जबरदस्त समन्वय ने, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को इतनी जल्दी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था और इसलिए आज मैं फिर एक बार आईएनएस विक्रांत की इस पवित्र साधना स्थली से, पराक्रमी स्थली से, तीनों सेना के जांबाज जवानों को सलाम करता हूं।

भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट 30 गुना तक बढ़ गया 

पीएम मोदी ने कहा, देशवासी आप जहां भी सुन रहे हैं, ये आंकड़ा याद रखिएगा…..आज हमारी क्षमता क्या है, अब औसतन हर 40 दिन स्वदेशी युद्धपोत या पनडुब्बी नेवी में शामिल की जा रही है। हमारी स्वदेशी ब्रह्मोस और आकाश मिसाइलों ने क्षमता साबित की है। ब्रह्मोस को नाम सुनते ही कई लोग डर जाते है। कई देश इन मिसाइलों को खरीदना चाहते हैं। भारत तीनों के सेनाओं के हथियार-उपकरण एक्सपोर्ट करने की क्षमता बिल्ट कर रहा है। हमारी कोशिश है कि भारत टॉप एक्सपोर्टर देशों में शामिल हो। हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट 30 गुना तक बढ़ गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि शक्ति और सामर्थ्य को लेकर हमारी परंपरा रही है, हमारा विज्ञान, हमारी समृद्धि और हमारी मानवता की सेवा और सुरक्षा के लिए होती है। आज इंटरकनेक्टिंग वर्ल्ड में दुनिया समुद्री रास्तों पर निर्भर है। आज हिंद महासागर में दुनिया बड़ा आवागमन (शिपमेंट और ऑयल ट्रांसपोर्टेशन) हो रहा है, भारतीय नेवी इसकी चाकचौबंद सुरक्षा कर रही है।

सैन्य कर्मियों की पीएम मोदी ने तारीफ की

पीएम मोदी ने संबोधन में कहा, मैं सैन्य साजो-सामान की ताकत देख रहा था। ये विशाल जहाज, हवा से भी तेज चलने वाले विमान, ये पनडुब्बियां…ये अपने आप में प्रभावशाली हैं, लेकिन इन्हें चलाने वालों का साहस ही इन्हें असली ताकतवर बनाता है। ये जहाज भले ही लोहे के बने हों, लेकिन जब आप इन पर सवार होते हैं, तो ये सशस्त्र सेनाओं की जीवंत, सांस लेती हुई शक्ति बन जाते हैं। मैं कल से आपके साथ हूं। हर पल मैंने कुछ न कुछ सीखा है। जब मैं दिल्ली से निकला था, तो सोचा था कि मैं इस पल को खुद जीऊंगा। लेकिन आपकी मेहनत, तपस्या और समर्पण इतने ऊंचे स्तर पर है कि मैं इसे सही मायने में जी नहीं पाया। हालांकि, मुझे इसकी समझ जरूर मिली। मैं बस कल्पना कर सकता हूं कि इस जीवन को सही मायने में जीना कितना मुश्किल होगा…

नक्सलियों के सफाए का भी किया जिक्र

पीएम मोदी ने एक बार फिर नक्सलियों के सफाए का जिक्र करते हुए कहा, आज देश नक्सली आतंक से मुक्ति की कगार की पर है। 2014 से पहले देश के 125 जिले नक्सली हिंसा की चपेट में थे। दस साल की मेहनत की बाद ये संख्या घटती गई। अब सिर्फ 11 जिलों में नक्लसी बाकी रह गए हैं। 100 से ज्यादा जिले नक्सलवाद से मुक्त होकर दिवाली मना रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि जिन इलाकों में माओवादी नक्सली सड़कें नहीं बनने देते थे, स्कूल नहीं बनने देते थे, स्कूलों के बम से उड़ा देते थे, डॉक्टरों के गोलियों से भून देते थे। अब वहां नए उद्योग लग रहे हैं। हाईवे-स्कूल बन रहे हैं। ये सब सुरक्षाबलों के त्याग, तप से संभव हुआ है। अनेक जिलों में आज लोग आन-बान-शान के साथ दिवाली मनाने जा रहे हैं।