IMA Passing Out Parade: भारतीय सेना को मिले 491 जांबाज युवा अफसर, सेना प्रमुख जनरल ने ली सलामी, जानें किसे मिले पुरस्कार?

IMA Passing Out Parade: भारतीय सैन्य अकादमी (Indian Military Academy ) में आज पासिंग आउट परेड (POP) का आयोजन किया गया।

भारतीय सैन्य अकादमी यानी आईएमए की 157वीं रेगुलर पासिंग आउट परेड में कुल मिलाकर 525 ऑफिसर कैडेट ने अपनी कठिन ट्रेनिंग कर सेना में शामिल हुए। 525 ऑफिसर कैडेट्स में 491 ऑफिसर कैडेट्स सैन्य अधिकारी के रूप में भारतीय सेना में शामिल हुए, इसके अलावा 34 ऑफिसर कैडेट्स 14 मित्र देशों की सेनाओं का हिस्सा बनें।

 

रिव्यूइंग अफसर थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी रहे। उन्होंने परेड का निरीक्षण किया और पास आउट हो रहे आफिसर कैडेट की सलामी ली। बता दें कि जनरल उपेंद्र द्विवेदी दिसंबर 1984 में भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हुए थे। अब 41 वर्ष बाद वह उसी मैदान पर बतौर रिव्यूइंग अफसर लौटे हैं।

 

क्या बोले थल सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी?

थल सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने नव-नियुक्त अधिकारियों से भारतीय सेना की परंपराओं का पालन करते हुए निष्ठा और समर्पण के साथ राष्ट्र सेवा करने का आह्वान किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सेना में कमीशन मिलना जिम्मेदारी भरे जीवन की शुरुआत है। सैन्य सेवा केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि ऐसा दायित्व है जो सर्वोच्च त्याग की मांग करता है।

 

आइएमए में मिले पुरस्कार

स्वार्ड आफ आनर व स्वर्ण पदक–निष्कल द्विवेदी

रजत पदक–बादल यादव

कांस्य पदक–कमलजीत सिंह

रजत पदक (टीईएस)–अभिनव मेहरोत्रा

रजत पदक (टीजी)–जादव सुजीत संपत

रजत पदक (स्पेशल कमीशन्ड अफसर)–सुनील कुमार क्षेत्री

सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट–मोहम्मद सफ़िन अशरफ बांग्लादेश

चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर–इंफाल कंपनी

 

1932 को हुई स्थापना

भारतीय सैन्य अकादमी की स्थापना एक अक्टूबर 1932 को हुई थी। पहले बैच में भारतीय सैन्य अकादमी से 40 कैडेट पास आउट हुए थे। पहला कोर्स द पायनियर के नाम से जाना जाता है। इस अकादमी ने 93 सालों के इतिहास में अपनी प्रशिक्षण क्षमता कई गुणा बढ़ा ली।

महिला कैडेटों का भी प्रशिक्षण शुरू

खास बात यह है कि जुलाई 2025 से यहां महिला कैडेटों का भी प्रशिक्षण शुरू हो चुका है। परेड के साथ ही आइएमए के नाम देश-विदेश की सेनाओं को साढ़े 66 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ जाएगा। मित्र देशों को दिए गए करीब तीन हजार सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।