उत्तराखण्ड में विगत वर्षो से डेंगू रोग एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या के रूप में परिलक्षित हो रहा है। सितम्बर-अक्टूबर तक डेंगू रोग के प्रसारित होने ही सम्भावना को देखते हुए डेंगू रोग रोकथाम के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा गाइड लाइन जारी की है।
डेंगू के रोकथाम एवं बचाव के उपाय
डेंगू रोग की रोकथाम के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निरन्तर स्वच्छता अभियान चलाए जांए। डेंगू रोग के मच्छरों के पनपने के स्थानों की साफ सफाई, ठोस कचरे का का उचित निस्तारण, रोस्टरानुसार फॉगिंग व कीटनाशक का छिडकाव, डेंगू निरोधात्मक कार्यवाहियां एवं बचाव उपायों पर जनजागरूकता कार्यक्रम किए जांए।
भीड भाड वाले स्थानों सब्जी मण्डी, बस स्टेशनों तथा पार्कों में विशेष निगरानी रखी जाए, लोगों को पानी के बर्तन ढक कर रखने के लिए व लगातार पानी इक्टठा होने वाले स्थानों को साफ करने के लिए जागरूक किया जाए।
स्कूलों, कालेजों में पढने वाले बच्चों को फुल बाजू पेन्ट शर्ट पहनने तथा डेंगू से बचाव उपायों हेतु छात्र-छात्राओं की जागरूकता के लिए सेमिनार, वाद-विवाद, पेंटिंग, निबन्ध लेखन व प्रोजेक्ट वर्क प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जांय।
वहीं चिकित्सालयों में डेंगू रोगियों के उपचार हेतु पृथक आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाएं एवं आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। डेंगू रोगी पाए जाने पर रोगी के घर के आसपास लगभग 500 मीटर की परिधि में आवश्यक रूप से लार्वा निरोधात्मक कार्यवाहियां की जांए।