Kedarnath yatra: यात्रा पर रोक के बाद भी केदारनाथ जाने की जिद पर अड़े यात्री, सोनप्रयाग में पुलिस से झड़प, तोड़ा बैरिकेड, कांग्रेस हुई हमलवार

Kedarnath yatra: उत्तराखंड में मौसम विभाग के भारी से भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते केदारनाथ यात्रा को तीन दिन के लिए रोका गया है। पुलिस द्वारा बाजार में बैरियर लगाया गया है। साथ ही सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए शटल सेवा भी प्रतिबंधित की गई है। इसके बाद भी यात्री सोनप्रयाग पहुंच रहे हैं और बुधवार को केदारनाथ जाने की जिद पर अडे हैं। जिसको लेकर यात्रियों की पुलिस के साथ झडप भी हुई।

दरअसल, बुधवार को सुबह से ही सोनप्रयाग में यात्रियों की भीड़ जुट गई थी। 11 बजे तक यहां करीब 500 से अधिक यात्री बाजार में एकत्रित हो गये थे, जो एक स्वर में केदारनाथ जाने की बात कह रहे थे। इस दौरान पुलिस द्वारा बाजार में बैरियर लगाकर यात्रियों को रोका गया था और उन्हें बार-बार समझाया जा रहा कि मौसम विभाग के भारी से भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते केदारनाथ यात्रा को तीन दिन के लिए स्थगित किया गया है। इसलिये सभी यात्री सुरक्षित स्थानों पर रहें। लेकिन, कई यात्री पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं थे। स्थिति यह रही कि कुछ ने बैरियर तोड़कर आगे बढ़ने का प्रयास किया, जिस पर पुलिस जवानों को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

पुलिस उपाधीक्षक विकास पुंडीर ने बताया कि तीन दिन तक भारी से भारी बारिश के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए यात्रियों को जगह-जगह पर रोका जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए उन्हें मौसम सामान्य होने तक सुरक्षित स्थानों पर रहने को कहा जा रहा है, बावजूद कुछ लोग जबरन आगे जाने का प्रयास कर रहे हैं, जिन्हें रोका गया है। बताया कि सोनप्रयाग से शटल सेवा भी बंद की गई है। इस दौरान तीन वाहन संचालकों का चालान भी किया गया है।

कांग्रेस हुई हमलावर

वहीं सोनप्रयाग में यात्रियों के ऊपर लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस हमलवार हो गई है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पॉल का कहना है कि हरिद्वार, ऋषिकेश में यात्रियों को नहीं रोका जा रहा है। जब यात्री सोनप्रयाग पहुंच रहे हैं तो उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। सुजाता पॉल ने कहा कि धामी सरकार को व्यवस्थाओं को ठीक करने की बजाय मेहमानों को लाठीचार्ज कर चोट पहुंचाई जा रही है। बेहतर होता पहले ही यात्रियों को बता दिया जाता कि वो केदार बाबा के द्वार तक नहीं जा सकते।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार वोटों की राजनीति कर रही है, जबकि, इसकी जगह व्यवस्थाएं बनानी चाहिए थी। इस लाठीचार्ज के लिए सरकार जिम्मेदार है।