राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को कुमाऊँ विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए पदक, पीएचडी शोधार्थियों और स्नातक/स्नातकोत्तर छात्रों को पदक एवं उपाधि दी।
इसके साथ ही उन्होंने कला-रंगमंच के क्षेत्र में राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले अभिनेता ललित मोहन तिवारी को डी-लिट और शिक्षा शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए प्रोफेसर डीपी सिंह को डीएससी मानद उपाधि से विभूषित किया।
राज्यपाल ने सभी उपाधि धारकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह उपाधि प्राप्त कर रहे विधार्थियों के साथ ही उनकी सफलता में योगदान देने वाले परिजन और गुरुजनों का परिश्रम है। समारोह केवल डिग्रियों का वितरण नहीं बल्कि यह शिक्षा के प्रति समर्पण और भविष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए नया पड़ाव है। यह वह क्षण है, जब आपके भीतर एक नया दृष्टिकोण विकसित होता है। यह अवसर आपके ज्ञान को आपके जीवन, समाज, और राष्ट्र के विकास में योगदान देने की शक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी भारत को विश्व गुरु बनाने के लक्ष्य को लेकर आगे चल रही है जो हमारे लिए गर्व की बात है।
राज्यपाल ने कहा कि कुमाऊँ विवि नवाचारों, अनुसंधान और समाजोपयोगी पहलों के कारण भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुका है। साथ ही सरकार द्वारा भी शिक्षकों और छात्रों को अनुसंधान के लिए आंतरिक शोध वित्त पोषण के तहत योग्य शिक्षकों को शोध कार्य हेतु आर्थिक सहायता, छात्रों में शिक्षकों को उनके नवाचारों को पेटेंट कराने में सहायता प्रदान करने के लिए पेटेंट सेल की स्थापना, सेमिनार वित्त पोषण के तहत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है।