MDMA DRUGS CAUGHT: चंपावत जिले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पहली बार दो जिलों की पुलिस ने करोड़ों की मिथाइलीन डाइऑक्सी मेथैम्फेटामाइन (एमडीएमए) ड्रग की खेप जब्त की है। चंपावत पुलिस, एसओजी और पिथौरागढ़ एसओजी की टीम ने चेकिंग के दौरान ड्रग के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया है। महिला के पास से पुलिस को 5 किलो 688 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स मिली है, जिसका इस्तेमाल मेट्रो सिटी की रेव पार्टियों में होता है। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी गई एमडीएमए ड्रग्स की कीमत करीब 10 करोड़ 23 लाख आंकी गई है।
आईजी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक चंपावत अजय गणपति व पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ रेखा यादव के निर्देश पर दोनों जनपदों की संयुक्त टीम द्वारा नशा तस्करों के खिलाफ सतर्क नजर रखी जा रही थी तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा था। मुंबई में पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ में पहाड़ से ड्रग सप्लाई होने की जानकारी मिली थी। इसी आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की।
दो आरोपीयों की तलाश जारी
पुलिस के अनुसार, महिला ने पूछताछ में बताया कि इस ड्रग्स को उसका पति राहुल कुमार निवासी पंपापूर बनबसा व उसका साथी कुणाल कोहली निवासी टनकपुर 23 जून 2025 को पिथौरागढ़ से लाए थे। पुलिस की सक्रियता के डर से राहुल ने अपनी पत्नी ईशा को इस ड्रग्स को शारदा नदी में फेकने को कहा था। पुलिस के अनुसार ईशा इस ड्रग्स को शारदा नदी में फेकने जा ही रही थी, तभी बीच रास्ते में पुलिस ने उसे पकड़ लिया। चंपावत पुलिस ने ईशा के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है।
वहीं पुलिस ईशा के पति राहुल और उसके दोस्त कुणाल की तलाश कर रही है। चंपावत एसपी अजय गणपति का कहना है कि राहुल और कुणाल के साथ ही पुलिस उन लोगों का भी पता लगाने का प्रयास कर रही है, जिनसे ये दोनों एमडीएमए ड्रग्स लेकर आए थे। एमडीएमए यानी एक्स्टसी ड्रग्स उत्तेजक दवा है, जो मतिभ्रम पैदा कर सकती है।
बड़े शहरों और क्लब में किया जाता है इसका उपयोग
एमडीएमए को मौली, एमडी, म्याऊ-म्याउ, वाइट पाउडर, एम केट, एक्स्टसी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सिंथेटिक ड्रग है जो मेथाम्फेटामाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ के समान है। इसका प्रभाव कोकीन की तरह होता है। इसका उपयोग बड़े शहरों में और क्लबों में किया जा रहा है। महंगे ड्रग्स के विकल्प के रूप में इसका प्रयोग नशे के लिए काफी किया जा रहा है। बड़े और मेट्रो पोलिटन शहरों में इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। यह ड्रग पश्चिमी देशों में युवाओं के बीच लोकप्रिय है। भारत में क्लब कल्चर में इसका उपयोग बढ़ रहा है।
2024-25 में अब तक 11 करोड़ से अधिक की बरामदगी
वर्ष 2024 में चंपावत पुलिस ने 1.28 किलोग्राम स्मैक और 60.5 किग्रा चरस समेत चार करोड़ से अधिक की नशे की सामग्री बरामद की थी। वहीं, वर्ष 2025 में अब तक कुल 11 करोड़ से अधिक की ड्रग्स बरामद कर कई तस्करों को जेल भेजा है।