देहरादून। प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने आज हाथी बड़कला स्थित कैंप कार्यालय से राज्य में किसानो को सघन / अति सघन सेब बागवानी के क्षेत्र में कौशलता ग्रहण करने के लिए जनपद देहरादून के विकासखण्ड चकराता, कालसी एवं सहसपुर से 25 किसानो को तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए डॉ०वाई०एस० परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉट्रीकल्चर एण्ड फोरेस्ट्री नौणी, सोलन हिमाचल प्रदेश के लिए हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया।
मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि जनपद के कृषक सेब उत्पादन के क्षेत्र में नवीन उच्च तकनीकी यथा कटाई छटाई, फल पौध रोपण, उर्वरक, जैविक खाद, बडिग ग्राफ्टिंग, फलो की पैकेजिगं व माकेर्टिगं इत्यादि के सम्बन्ध में प्रशिक्षण संस्थान से तकनीकि जानकारी प्राप्त कर स्वयं भी लाभ उठायेगें एवं अन्य किसानो को भी नवीन एवं उच्च तकनीकि की जानकारी देगें। जिससे कि राज्य में सेब उत्पादन एवं उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि होगी साथ ही कृषको की आय में वृद्धि होगी। सेब की अति सघन बागवानी से राज्य के कृषको के रोजगार के अवसरो में सृजन होगा तथा पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन में कमी आयेगी, भविष्य में इसी प्रकार से किसानो को समय समय पर प्रशिक्षण प्राप्त कराया जायेगा।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा बागवानी के प्रति यह प्रयास किसानो को आत्मनिर्भर बनाने के लिये प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है ओर इस तरह से भविष्य में भी जिला योजना / राज्य सैक्टर की योजनाओ से समय समय पर कीवी फल उत्पादन प्रशिक्षण, मधुपालन प्रशिक्षण के लिये भी किसानो का चयन करके राज्य के भितर एवं राज्य के बाहर जो भी संभव हो किसानो की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण समय समय पर अवश्य करवाये जायेंगें।
इस अवसर पर सरकार में दायित्वधारी कैलाश पंत, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ० मीनाक्षी जोशी, सुयंक्त निदेशक डॉ० सुरेश राम, मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेंद्र यादव सहित कई लोग उपस्थित रहे।