Nepal Protest: कौन है रवि लामिछाने? जिन्हें Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने जेल से छुड़ाया

Nepal Protest: प्रदर्शनकार‍ियों ने रवि लामिछाने को जेल से छुड़ा ल‍िया है। अब प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद उनके उत्तराधिकारी पर चर्चा तेज हो गई है।


Kathmandu: नेपाल में कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन को लेकर Gen-Z का उग्र प्रदर्शन जारी है। नेपाल के बहुचर्चित नेता और पूर्व पत्रकार रवि लामिछाने को Gen-Z आंदोलनकारियों ने मंगलवार को नख्खु कारागार से मुक्त करा लिया। यह घटनाक्रम उस समय घटा जब हजारों प्रदर्शनकारियों ने जेल परिसर को घेर लिया और दबाव के चलते प्रशासन ने उनकी थुनामुक्ति (रिहाई) की पुष्टि कर दी।

कौन है रवि लामिछाने ?

रवि लामिछाने एक समय नेपाल के सबसे लोकप्रिय टीवी पत्रकार रहे हैं। उन्होंने जन सरोकार से जुड़े कार्यक्रमों से अपनी पहचान बनाई और भ्रष्टाचार विरोधी तेवर के लिए युवाओं में खासे लोकप्रिय रहे। बाद में उन्होंने “राष्ट्रिय स्वतन्त्र पार्टी (RSP)” की स्थापना कर राजनीति में कदम रखा और 2022 में भारी बहुमत से संसद पहुंचे। वहीं दिसंबर 2022 में उन्हें उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

नागरिकता विवाद में छिनी कुर्सी

रवि लामिछाने जब सियासी कामयाबी की छलांग लगा रहे थे, तभी उनपर नागरिकता को लेकर आरोप लगे। रवि लामिछाने ने 2014 में अमेरिकी नागरिकता ली थी। कहा जाता है क‍ि इससे उनकी नेपाली नागरिकता खुद खत्‍म हो गई। नेपाल का नागर‍िकता कानून यही कहता है क‍ि अगर आपने क‍िसी और देश की नागर‍िकता ली हो तो नेपाल की नागर‍िकता खुद खत्‍म हो जाती है। रवि लामिछाने इसी में फंस गए और उन्‍हें कुर्सी छोड़नी पड़ी। वे दावा करते रहे क‍ि 2018 में उन्‍होंने अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी, लेकिन लोगों ने उनकी बात नहीं मानी। क्‍योंक‍ि अमेर‍िकी नागर‍िकता छोड़ने के बाद उन्‍होंने नेपाली नागर‍िकता नहीं ली थी। इससे जनवरी 2023 में नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सांसदी छीन ली। बाद में उन्‍होंने सभी पदों से इस्‍तीफा दे द‍िया।

गबन के आरोप में जेल पहुंचे 

इस्‍तीफे के कुछ द‍िन बाद रवि लामिछाने ने फ‍िर कानूनी प्र‍क्रिया पूरी कर नेपाल की नागर‍िकता हास‍िल की। इसके बाद अपनी पार्टी RSP के फ‍िर अध्‍यक्ष बन गए। लेकिन जब वे गोरखा मीडिया नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्‍टर थे, उसी दौरान कोऑपरेटिव जैसे सूर्यदर्शन में गबन के आरोप लगे। फरवरी–दिसंबर 2024 में उन पर जांच हुई और अक्टूबर 2024 में पुल‍िस ने उन्‍हें ग‍िरफ्तार कर ल‍िया। तब से वे जेल में बंद थे। उनके समर्थक नहीं मानते क‍ि उन पर कोई आरोप है। उन्‍हें लगता है क‍ि उन्‍हें फंसाया गया था।

युवाओं में लोकप्रिय हैं रबी लामिछाने

रवि लामिछाने नेपाल में पहले से ही युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय हैं। सोशल मीडिया पर उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है। नेपाल के युवा उन्हें भ्रष्टाचार विरोधी राजनीति का प्रतीक मानते हैं। यही कारण है कि वह युवाओं के बीच देउबा, ओली, प्रचंड जैसे जमे हुए नेताओं के विपरीत एक बेदाग विकल्प के रूप में उभरे हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने ही पर्दे के पीछे इस आंदोलन को समर्थन दिया और युवाओं को सरकार पर दबाव डालने के लिए उकसाया।

प्रदर्शनकारियों की मांग 

प्रदर्शनकार‍ियों ने रवि लामिछाने को जेल से छुड़ा ल‍िया है।नख्खु कारागार के बाहर मंगलवार को सुबह से ही प्रदर्शन शुरू हो गया था। युवाओं का नारा था “अब आततायीलाई सत्ता दिने समय सकियो” (अब अत्याचारियों को सत्ता में रहने नहीं देंगे)। दबाव के बीच प्रशासन ने रवि की रिहाई की प्रक्रिया पूरी की।

जेल से निकलने के बाद बोले रवि लामिछाने 

जेल से निकलते समय रवि लामिछाने ने कहा कि “अब एक मिनट के लिए भी अत्याचारी सत्ता में नहीं रह सकते। यह इतिहास का मोड़ है। अब यह लड़ाई सिर्फ मेरा नहीं, हर युवा का है.”…

प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने दिया इस्तीफा 

बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपनी सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। यह विरोध प्रदर्शन नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर लगाए गए प्रतिबंध, भ्रष्टाचार और नेताओं और अधिकारियों के सगे-संबंधियों को नौकरियों और दूसरी सुख सुविधाओं में तवज्जो देने के कारण हो रहा है। सोमवार से शुरू हुए इस विरोध प्रदर्शन में अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 250 से ज्यादा लोग घायल हैं।

कौन बनेगा नेपाल का अगला प्रधानमंत्री?

ऐसे में अब सवाल उठता है कि नेपाल का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा। नेपाल के पूर्व गृह मंत्री रवि लामिछाने, केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद उत्तराधिकारी की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।