ऑपरेशन अजय: इजरायल से सुरक्षित अपने वतन लौटे 212 भारतीय

इजरायल से भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार का ऑपरेशन अजय शुरू हो चुका है। इस ऑपरेशन के तहत भारतीयों का पहला जत्था शुक्रवार सुबह विशेष विमान से नई दिल्ली पहुंच गया है। पहले जत्थे में महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को मिलाकार कुल 212 लोग भारत पहुंचे। एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने लोगों का स्वागत किया और उनका हाल-चाल जाना। लोगों ने भी भारत सरकार को धन्यवाद दिया। उनका कहना है कि हम अब अपने देश में हैं, बहुत खुशी हो रही है।

‘ऑपरेशन अजय’ शुरू

विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारी प्राथमिकता इजरायल में फंसे सभी भारतीयों को सकुशल वापस लाने की है। जो लोग वतन लौटना चाहते हैं। जैसे-जैसे भारतीयों का लौटने का आग्रह मिलता रहेगा उसी हिसाब से फ्लाइट शेड्यूल कर दी जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि भारतीयों की वापसी को सुविधाजनक बनाने के लिए ‘ऑपरेशन अजय’ शुरू किया गया है जो स्वदेश लौटना चाहते हैं।

ऑपरेशन अजय पर बोले केंद्रीय मंत्री 

ऑपरेशन अजय पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि चाहे वह कोरोना का समय हो या यूक्रेन-रूस युद्ध का समय हो या अरब स्प्रिंग के दौरान, भारत ने एक के बाद एक ऑपरेशन किए हैं और भारतीयों को बचाया है। पिछले साढ़े 9 साल से यही हो रहा है। सिर्फ अपने नागरिकों को ही नहीं, हमने दूसरे देशों के नागरिकों को भी बचाया है। आज भारत मदद मांगता नहीं, मदद देता है।

इजरायल में भारत के कितने लोग

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि अभी एयर इंडिया का विमान 212 भारतीयों के पहले जत्थे को लेकर दिल्ली पहुंचा है। हम स्थिति पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।’ उन्होंने कहा कि लगभग 18,000 भारतीय वर्तमान में इजराइल में रह रहे हैं, जबकि लगभग 12 लोग वेस्ट बैंक में और तीन-चार लोग गाजा में हैं।

1300 लोगों की मौत

इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के छठे दिन इजराइली सेना ने कहा कि इजराइल में 222 सैनिकों सहित 1,300 से अधिक लोग मारे गए हैं। मिस्र और सीरिया के साथ 1973 में हफ्तों तक चले युद्ध के बाद इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत नहीं देखी गई। वहां के अधिकारियों के अनुसार, हमास शासित गाजा पट्टी में महिलाओं और बच्चों सहित कम से कम 1,417 लोग मारे गए हैं।