प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली के यशोभूमि अधिवेशन केंद्र में जी20 के सदस्य देशों की संसदों के पीठासीन सभापतियों (पी20) के नौवें सम्मेलन का उद्घाटन किया। भारत की जी20 अध्यक्षता की व्यापक रूपरेखा के तहत भारतीय संसद द्वारा इस सम्मेलन की मेजबानी की जा रही है। भारत की जी20 की अध्यक्षता के अनुरूप 9वें पी20 सम्मेलन की थीम ‘एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य के लिए संसद’ है।
पीएम मोदी ने नौवें P20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह शिखर सम्मेलन दुनिया की संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है।
#WATCH | PM Narendra Modi addresses the ninth P20 Summit in Delhi, says, "This summit is the 'mahakumbh' of parliamentary practices of the world." pic.twitter.com/KreRyPnXRv
— ANI (@ANI) October 13, 2023
P20 समिट संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह समिट एक प्रकार से दुनिया भर की अलग-अलग संसदीय प्रथाओं का महाकुंभ है। आप सभी प्रतिनिधि अलग-अलग संसदीय कार्यशैली के अनुभवी हैं। आपका इतने समृद्ध लोकतांत्रिक अनुभवों के साथ भारत आना हम सभी के लिए बहुत सुखद है।
आप सभी प्रतिनिधि अगले साल होने वाले आम चुनावों को जरूर देखें’
PM मोदी ने कहा, ‘अगले साल भारत में फिर एक बार आम चुनाव होने जा रहा है। मैं P20 शिखर सम्मेलन में आए आप सभी प्रतिनिधियों को अगले साल होने वाले आम चुनाव को देखने के लिए अग्रिम निमंत्रण देता हूं। भारत को आपकी फिर से मेजबानी करने में बहुत खुशी होगी।
#WATCH | At the 9th G20 Parliamentary Speakers' Summit (P20), Prime Minister Narendra Modi says "India has been using EVMs for over 25 years now to increase transparency and efficiency during elections. In 2024, during the general elections, around 100 crore or 1 billion voters… pic.twitter.com/c3djyHKyPo
— ANI (@ANI) October 13, 2023
ओम बिरला ने प्रतिनिधियों का स्वागत किया
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9वें जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सम्मेलन (पी20) को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये अत्यंत गौरव का विषय है कि भारत की अध्यक्षता में जी 20 लीडर समिट में नई दिल्ली डिक्लेरेशन को सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।
कनाडा की स्पीकर नहीं आईं
पीएमओ ने बताया कि G20 सदस्य देशों के संसदीय वक्ताओं के साथ, पैन-अफ्रीकी संसद जैसे आमंत्रित देश अफ्रीकी संघ के G20 में शामिल होने के बाद पहली बार हिस्सा ले रहे हैं। बता दें कि खालिस्तान विवाद के बीच कनाडा की स्पीकर नहीं आईं ।