उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई है। इन हिस्सों में एक ओर जहां बारिश के साथ जबरदस्त ओले गिरने से फसल भी चोपट हो गई है, तो वहीं बारिश लोगों के लिए राहत भी लेकर आई है, जो लंबे समय से जंगलों में लगी आग से परेशान हैं। दरअसल मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया था कि राज्य में 7-8 मई तक बारिश होने की संभावना है, जो 11 मई से तेज हो जाएगी। इस बारिश से उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग से कुछ हद तक राहत मिलने की उम्मीद है।
अल्मोड़ा में बुधवार सुबह से रुक-रुक कर बारिश जारी है। सोमेश्वर में बादल फटने की भी सूचना है, बादल फटने से आए पानी से कुछ दुकानें और गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई घरों में पानी घुसने कि भी खबर आ रही हैं। हालांकि जंगलों में लगी आग को राहत मिली है।
एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें सूखी पड़ी नदी में एकाएक पानी का जलस्तर बढ़ गया। वहीं तस्वीरों में मलबे में फंसी गाड़ियों को भी देखा जा सकता है।
बारिश से बरसाती नाले उफान पर
वहीं पिथौरागढ़ में भी ओलावृष्टि से किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है। बागेश्वर जिले में भी भारी बारिश से नाले उफान पर आए और जगह जगह जलभराव की स्थिति देखने को मिली। कुछ ऐसा ही हाल कपकोट में भी रहा यहां भी मोटर मार्ग में जगह जगह बरसाती नाले उफान में आने से यातायात थम गया। बी आर ओ के कपकोट बागेश्वर मोटर मार्ग में असौं के पास गधेरे में एका एक पानी बढ़ने से लोग नाले के आर पार फस गए ।
वहीं उत्तरकाशी जिले के तहसील पुरोला में भी भारी बारिश ने तबाही मचाई। यहां कुमोला खड तब उफान पर आया जब भारी बारिश बादल फटने जैसी घटना हुई। जिससे खेत खलिहानों को नुकसान हुआ, हांलांकि जन हानी नहीं हुई।