R ASHWIN RETIREMENT:भारत के दाएं हाथ के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा में तीसरे टेस्ट के ड्रॉ होने के बाद अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अपने संन्यास की घोषणा की।
भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। उन्होंने गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास लेने की घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में अश्विन पर्थ में हुए पहले टेस्ट में नहीं खेले थे। एडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट में उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। इसके बाद ब्रिस्बेन में उन्हें फिर ड्रॉप कर दिया गया। बुधवार को मैच खत्म होने के बाद अश्विन ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट से अलविदा कहने का निर्णय लिया।
संन्यास का ऐलान कर भावुक हुए अश्विन
रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि ये भारतीय क्रिकेटर के तौर पर तीनों फॉर्मेट में मेरा आखिरी दिन है। इसके बाद दिग्गज स्पिनर ने कहा, ”मुझे लगता है कि मेरे अंदर अभी भी थोड़ा क्रिकेट बाकी है और मैं क्लब लेवल क्रिकेट में इसको आगे एक्सपोज करूंगा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ये मेरा आखिरी दिन है।
अश्विन ने आगे कहा कि भारतीय क्रिकेट के साथ मेरी बहुत सारे यादें हैं। शुक्रिया कहने के लिए बहुत सारे लोग हैं। मैं पहले बीसीसीआई का धन्यवाद करना चाहता हूं। कोच को शुक्रिया और खास तौर पर रोहित, विराट, पुजारा और अजिंक्य को शुक्रिया कहना चाहता हूं जिन्होंने मेरी गेंदबाजी पर स्लिप में बहुत सारे कैच पकड़े हैं।
रविचंद्रन अश्विन का करियर
बता दें कि 38 साल का यह स्पिनर भारत के लिए कई रिकॉर्ड बना चुका है। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों में सातवें स्थान पर हैं। अश्विन के नाम 106 टेस्ट में 537 विकेट हैं। 59 रन देकर सात विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। अश्विन टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय में अनिल कुंबले के बाद दूसरे नंबर पर हैं।
अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू पांच जून 2010 को हरारे में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में किया था। वहीं, टी20 डेब्यू उन्होंने 12 जून 2010 को ही हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था। अश्विन का टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में हुआ था। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने टेस्ट में 11 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड जीता है। इस मामले में वह मुरलीधरन की बराबरी पर हैं।
रविचंद्रन अश्विन सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के टॉप स्पिनरों में से एक रहे हैं। स्टार स्पिनर वर्ल्ड कप 2011 विनिंग टीम और चैंपियंस ट्रॉफी 2013 विजेता टीम का हिस्सा भी थे। दाएं हाथ के स्पिनर भारत के लिए टेस्ट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। अश्विन ने भारत के लिए कुल 106 मैच खेले हैं और 537 विकेट चटकाए हैं। वहीं अश्विन के नाम ODI में 156 और T20I में 72 विकेट हैं। गेंदबाजी के साथ-साथ अश्विन ने भारत के लिए बल्ले से भी कई अहम पारियां खेली हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम 3503 रन हैं, जिसमें 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है।