Modi Cabinet Decisions: केंद्रीय कैबिनेट ने हेमकुंड साहिब और केदारनाथ रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी है। दोनों प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने पर सीएम धामी ने पीएम मोदी का आभार जाताया।
मोदी कैबिनेट ने उत्तराखंड को केदारनाथ रोपवे और हेमकुंड साहिब रोपवे का तोहफा दिया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट और आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम और पर्वतमाला परियोजना के तहत उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ तक और गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक का रोपवे बनेगा।
केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच 12.9 किमी लंबा रोपवे बनाया जाएगा। इस पर 4,081 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। वहीं गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब जी तक 12.4 किलोमीटर रोपवे परियोजना पर 2,730 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
केदारनाथ में रोप-वे से 36 मिनट में होगी 9 घंटे की यात्रा
केदारनाथ में बनने वाला रोपवे सबसे एडवांस्ड ट्राई केबल डिटेचेबल गोंडोला टेक्नीक वाला होगा। इससे हर घंटे 1800 और हर दिन 18 हजार तीर्थ यात्रियों को पहुंचाया जाएगा।केदारनाथ जाने में एक तरफ से कम से कम 9 घंटे का समय लगता है। रोपवे बन जाने के बाद यह यात्रा 36 मिनट में होगी और इसमें 36 लोगों के बैठने की क्षमता होगी।
केदारनाथ 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों में से एक है जो रुद्रप्रयाग जिले में 3,583 मीटर (11968 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। केदारनाथ मंदिर तक की यात्रा गौरीकुंड से 16 किमी की कठिन चढ़ाई है। अभी इसे पैदल, पालकी, टट्टू और हेलिकॉप्टर से पूरा किया जाता है।
ये भी पढ़ें 👉:Video: गोविंद घाट में पहाड़ी टूटने से हेमकुंड साहिब जाने वाला मुख्य पुल हुआ क्षतिग्रस्त, कटा संपर्क, पैदल आवाजाही भी ठप्प
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रस्तावित रोपवे की योजना मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान करने और सोनप्रयाग तथा केदारनाथ के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है । इससे स्थानीय लोगों को व्यापार में फायदा होगा। दिव्यांगों को फायदा होगा। बुजुर्गों को अब चढ़कर जाना नहीं पड़ेगा। हेमकुंड साहिब पर भी यही सोचकर फैसला लिया गया।
पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है केदारनाथ रोपवे
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धाम को रोपवे से जोड़ने की परियोजना को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया। यह भी दावा किया जा रहा है यह दुनिया का सबसे लंबा रोपवे होगा। सोनप्रयाग से बनाए जाने वाले केदारनाथ रोपवे या केबिल कार परियोजना का जिम्मा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लि. को दिया गया है। एजेंसी परियोजना की डीपीआर तैयार कर रही है।
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक का सफर भी होगा आसान
गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.4 किमी रोपवे बनेगा। इसमें 2,730.13 करोड़ रुपए खर्च होंगे। रोपवे से हर घंटे 1100 और हर दिन 11 हजार यात्रियों को ले जाया जाएगा।हेमकुंड साहिब उत्तराखंड के चमोली जिले में है। इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 15 हजार फीट है। यहां स्थापित गुरुद्वारा मई से सितंबर के बीच साल में लगभग 5 महीने के लिए खुलता है। हर साल लगभग 2 लाख तीर्थयात्री यहां आते हैं।
वर्तमान में हेमकुंड साहिब जी की यात्रा गोविंदघाट से 21 किलोमीटर की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई है और इसे पैदल या टट्टू या पालकी द्वारा पूरा किया जाता है। प्रस्तावित रोपवे की योजना हेमकुंड साहिब के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों और फूलों की घाटी में आने वाले पर्यटकों को सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई है और यह गोविंदघाट और हेमकुंड साहिब के बीच हर मौसम में अंतिम मील की कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी।
कितने दिन में पूरा होगा प्रोजेक्ट?
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह प्रोजेक्ट PPP मॉडल पर हैं। रोपवे का कार्य पूरा होने में 4 से 6 साल लगेंगे। हम इन योजनाओं को बहुत बारीकी से देखते हैं। खच्चर वालों का ध्यान रखा है। इससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा। पर्यावरण का भी ध्यान रखा गया है।
सीएम धामी ने जताया पीएम मोदी का आभार
वहीं दोनों प्रोजेक्ट को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिलने पर सीएम धामी ने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जाताया। उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी का पर्वतमाला परियोजना के तहत रुपए 4,081.28 करोड़ की धनराशि से सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) और रुपए 2,730.13 करोड़ की धनराशि से गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक (12.4 किमी) रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने के लिए समस्त प्रदेशवासियों की ओर से हार्दिक आभार।
बधाई हो उत्तराखण्ड !
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का पर्वतमाला परियोजना के तहत ₹4,081.28 करोड़ की धनराशि से सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) और ₹2,730.13 करोड़ की धनराशि से गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक (12.4 किमी) रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने के लिए… pic.twitter.com/8GFPQZjcgG
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 5, 2025
सीएम ने कहा कि यह परियोजनाएं तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, जिससे यात्रा आसान और सुगम होगी। इससे यात्रा में लगने वाला समय भी बहुत कम होगा जिससे तीर्थयात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।