देहरादून। उत्तराखंड राज्यपाल रि. लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) (Lt Gen Gurmit Singh) ने सोमवार को स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (Swami Rama Himalayan University) जौलीग्रांट के सातवें दीक्षांत समारोह (7th SRHU Convocation) में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
SRHU का 7वां Convocation
इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के 34 मेधावी छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की। एमबीबीएस की केजिया, नर्सिंग की खुशी और अंजलि को स्वामी राम बेस्ट ग्रेजुएट अवॉर्ड से सम्मानित करने के साथ 19 पीएचडी की उपाधि दी गयी। दीक्षांत समारोह में कुल 997 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई।
राज्यपाल ने पदक पाने वालों में अधिकांश संख्या बालिकाओं की होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसे नारी सशक्तीकरण का प्रतीक बताया। राज्यपाल ने कहा कि यह एक बहुत बड़ा परिवर्तन है, जो दर्शाता है कि बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा और क्षमता का परचम लहरा रही हैं। महिलाएं राष्ट्र निर्माण में अपनी सशक्त भूमिका निभाकर, प्रगति और विकास की राह में सबसे आगे खड़ी हैं।
इससे पहले राज्यपाल ने विश्वविद्यालय कैंपस में शौर्य दीवार पर परमवीर चक्र से सम्मानित वीर सैनिकों के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद दीक्षांत समारोह का शुभारंभ संस्थापक डॉ.स्वामी राम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि मानवता की सेवा करना हर इंसान का कर्त्तव्य है। आपकी शिक्षा केवल नौकरी पाने तक सीमित नहीं है, यह समाज की सेवा करने का एक सशक्त माध्यम भी है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान करते हुए कहा कि आप चाहे किसी भी क्षेत्र में काम करें, अपनी जड़ों को न भूलें। उन्होंने कहा कि यह समय हमारे देश के युवाओं के लिए अपार संभावनाओं का है। आपके सामने चुनौतियां हैं, लेकिन साथ ही अनेक अवसर भी हैं।
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राज्यपाल ने कहा कि आज भारत विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा और कई अन्य क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर रहा है। इस गौरवशाली यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आप जैसे युवाओं की होगी, जो इन क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्र के विकास में अपना अमूल्य योगदान देने को तत्पर हैं। आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है, जहां तकनीक तेजी से बदल रही है। चिकित्सा के क्षेत्र में आप तकनीक के सही उपयोग से न केवल अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं बल्कि मानवता की सेवा करते हुए, देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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राज्यपाल ने नई तकनीकों के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), डेटा साइंस, रोबोटिक्स जैसी नई तकनीकों का ज्ञान युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इन तकनीकों को अपनाने से नौकरियों और उद्योगों के नए अवसर तेजी से विकसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन नई तकनीकों को अपने जीवन में आत्मसात कर अपने कौशल और क्षमताओं को और सशक्त करना चाहिए।
इस दौरान उच्च शिक्षा सचिव डॉ रंजीत सिन्हा, डायरेक्टर जनरल (एकेडमिक डेवलेपमेंट) डॉ विजेंद्र चौहान, कुलसचिव कमांडर वैंकटेश्वर व बीओजी-बीओएम सदस्य सहित डोईवाला विधायक बृजभूषण गैरोला व विश्वविद्यालय के समस्त कॉलेज प्रधानाचार्य मौजूद रहे।