यूपी के हाथरस में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में भगड़द मच गई। जिसमें में अबतक 116 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे पर पीएम मोदी, सीएम धामी समेत कई नेताओं ने दुख जताया है।
हाथरस जिले के थाना कोतवाली सिकंदराराऊ इलाके में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। रतिभान पुर के फुलराई गांव में भोले बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त हो जाने के भीड़ बाहर निकल रही थी, तभी भगदड़ मच गई। भगदड़ के दौरान महिलाएं और बच्चे बुरी तरह कुचलते चले गए। जिससे वहां चीख पुकार मच गई। इस भगदड़ में अब तक 116 लोगों की मौत हो चुकी है। हादसे में मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
सीएम योगी ने जताया दुख, दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही पुलिस प्रशासन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर भेजकर राहत कार्य तेज करने और घायलों के इलाज आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। हृदयविदारक हाथरस की घटना की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पाल-पाल की अपडेट वरिष्ठ अधिकारियों से ले रहे हैं। साथ ही इस पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। घटना के कारणों की जांच के लिए एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की अध्यक्षता में जांच टीम गठित की गई है।
लोकसभा में संबोधन के दौरान हाथरस हादसे पर पीएम ने दुख जताया
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने हाथरस हादसे का जिक्र करते हुए दुख प्रकट किया। उन्होंने पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे पर जताया दुख
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है’।
वहीं गृह मंत्री अमित शाह, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी इस हादसे पर दुख जताया है।
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक मदद
मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर होगी। शासन बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।