- एसटीएफ ने 20 साल से फरार ईनामी डकैत को किया गिरफ्तार
- हरिद्वार क्षेत्रान्तर्गत वर्ष 2004 में इलाहाबाद बैंक में डकैती कर फरार हुये इस अपराधी पर था 1 लाख रुपए का इनाम घोषित
- उत्तराखण्ड एसटीएफ ने तमिलनाडु से 1 लाख रुपए के ईनामी डकैत को किया गिरफ्तार
- पकड़े गए डकैत के साथी टीपू की वर्ष 2005 में हरिद्वार पुलिस से पुलिस मुठभेड़ में हो चुकी है मृत्यु।
देहरादून। इनामी बदमाश को पकड़ने में एस.टी.एफ ने कामयाबी हासिल की है। आपको बता दें कि वर्ष 2004 में अभियुक्त ने हरिद्वार कोतवाली क्षेत्र के इलाहबाद बैंक में डकैती कर फरार हुआ था जिसके बाद अब एसटीएफ ने उसे तमिल नाडू से गिरफ्तार किया है।
इसकी जानकारी देते हुए एस.टी.एफ के एस.एस.पी नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि अभियुक्त उदय को तमिल नाडू के विशाखापटनम से गिरफ्तार किया गया है और इसके गैंग का लीडर टीपू की वर्ष 2005 में पुलिस से मुठभेड़ के दौरान मौत हो गई थी। साथ ही उन्होंने कहा कि अभियुक्त तमिल नाडू में सड़क किनारे कपड़े बेचने का काम कर रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ
अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि उसने हरिद्वार में बैंक डकैती की घटना से पहले बिहार में पटना क्षेत्र से एक व्यक्ति रविन्दर उर्फ अरविंद को फिरौती के लिये अपहरण किया था, जिसके बाद वह वर्ष 2004 में हरिद्वार आ गया था। यहां पर उसने जूस की ठेली लगायी और अपने साथियों के साथ इलाहाबाद बैंक में डकैती की योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया था। बैंक डकैती में अपने साथी टीपू यादव के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पकड़े जाने के डर से अपना बेश बदलकर अपने भाई पवन कुमार के साथ विशाखापट्टनम में चला गया था। वहाँ फुटपाथ पर कपड़े की ठेली लगाकर जीवन यापन करने लगा। फिर उसके पश्चात वही पर ही शादी करके रहने लगा।