जानें छह शादियों का रिकॉर्ड बनाने वाले भारतीय उद्योगपति की कहानी

राम कृष्ण डालमिया, एक ऐसा नाम जिसने भारतीय उद्योग जगत में सफलता की नई इबारत लिखी, लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी। छह शादियों के कारण चर्चा में रहने वाले इस उद्योगपति का सफर एक छोटे से गाँव से शुरू होकर देश के शीर्ष व्यवसायियों में शामिल होने तक पहुंचा।

बिना औपचारिक शिक्षा के खड़ा किया औद्योगिक साम्राज्य

राजस्थान के चिरावा गाँव में जन्मे राम कृष्ण डालमिया के पास कोई औपचारिक उच्च शिक्षा नहीं थी। मात्र 18 वर्ष की उम्र में उन्होंने व्यापार में कदम रखा और कड़ी मेहनत व असाधारण व्यापारिक बुद्धिमत्ता से सीमेंट, कागज, बैंकिंग, इंश्योरेंस, मीडिया और एविएशन जैसे क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल की।

गांधी और जिन्ना से थे करीबी संबंध

डालमिया न केवल एक बड़े उद्योगपति थे, बल्कि उनकी राजनीतिक पकड़ भी मजबूत थी। उनके महात्मा गांधी और मोहम्मद अली जिन्ना दोनों से घनिष्ठ संबंध थे। कहा जाता है कि जिन्ना की बहन फातिमा जिन्ना से भी उनकी गहरी दोस्ती थी, हालांकि इसका कोई ठोस प्रमाण नहीं है।

छह शादियां और प्रेम प्रसंग

राम कृष्ण डालमिया अपने रसिक मिजाज के लिए भी मशहूर थे। उन्होंने छह बार शादी की, जिसमें से उनकी पहली पत्नी नर्मदा का निधन हो गया। दूसरी पत्नी दुर्गा से विवाह के बाद भी वे प्रेम प्रसंगों में लिप्त रहे और प्रीतम नामक एक पंजाबी युवती से गुपचुप शादी कर ली। इसके बाद उन्होंने सरस्वती, आशा, और राजस्थान की कवियित्री दिनेश नंदिनी से विवाह किया।

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परिवार और समाज का विरोध

उनकी छठी शादी से परिवार में विवाद खड़ा हो गया, लेकिन उन्होंने किसी की परवाह नहीं की। उनकी बेटी नीलिमा डालमिया बताती हैं कि उनकी मां को समाज से कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी।

विदेशी महिला के साथ पकड़े गए

शादी के बाद भी डालमिया का आकर्षण महिलाओं की ओर बना रहा। अमेरिका यात्रा के दौरान वे एक अंग्रेज महिला के साथ रंगे हाथों पकड़े गए, जिससे उनकी निजी जिंदगी फिर से सुर्खियों में आ गई।

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व्यापारिक सफलता और विवादों से भरा जीवन

राम कृष्ण डालमिया की गिनती देश के शीर्ष उद्योगपतियों में होती है। 1978 में उनके निधन के बावजूद, वे आज भी एक ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किए जाते हैं, जिन्होंने बिना औपचारिक शिक्षा के एक विशाल औद्योगिक साम्राज्य खड़ा किया और अपनी निजी जिंदगी से भी खूब सुर्खियाँ बटोरीं