हरिद्वार, 27 सितम्बर 2025।
आईटीसी मिशन सुनहरा कल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं नगर निगम की संयुक्त पहल
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम की श्रृंखला में आज स्वच्छोत्सव 2025 का भव्य आयोजन रोशनाबाद स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय में किया गया। इस आयोजन की नोडल अधिकारी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी श्रीमती मीरा रावत रहीं।इस व्यापक सफाई अभियान का संचालन आईटीसी मिशन सुनहरा कल और उससे जुड़ी सहयोगी संस्थाओं — श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम, प्रथम फाउंडेशन, लोक मित्र, पीपल टू पीपल्स फाउंडेशन और मैजिक बस फाउंडेशन — ने संयुक्त रूप से किया। उल्लेखनीय है कि आईटीसी मिशन सुनहरा कल पहले से ही हरिद्वार के बहादराबाद विकासखंड में जल जंगल जमीन पशुपालन स्वास्थ्य पर्यावरण एवं विद्यालय उन्नयन कार्यक्रम चला रहा है।
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ
स्वच्छता रैली: कलेक्ट्रेट परिसर में रैली निकालकर स्वच्छता संदेश दिया गया।
कचरा संग्रहण: परिसर और आसपास की दुकानों से प्लास्टिक, कागज़, पन्नी, कपड़ा, बोतलें व कांच का कचरा एकत्र किया गया।
कैंटीन क्षेत्र की सफाई: कलेक्ट्रेट कैंटीन में बिखरे कचरे की सफाई की गई और संचालक से डस्टबिन लगाने व नियमित सफाई की अपील की गई।
झाड़ू लगाकर वृहत सफाई अभियान चलाया गया।
स्वच्छता शपथ दिलाई गई और नारे लगाकर जनजागरूकता का संदेश फैलाया गया।
विशेष वक्तव्य
कलेक्ट्रेट प्रांगण में श्रीमती मीरा रावत ने उपस्थित जनसमूह को शपथ दिलाते हुए कहा:
“स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन की आवश्यकता है। हर नागरिक अपने घर, गली और कार्यस्थल की जिम्मेदारी निभाए। मंदिरों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों को साफ रखना हमारा कर्तव्य है। हरिद्वार जैसे पवित्र नगर को स्वच्छता का आदर्श बनाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
कलेक्ट्रेट के स्वच्छ दूत अश्वनी ने अपने विचार रखते हुए कहा:
“ऐसे आयोजन समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की चेतना को गहराते हैं। आज जितना कूड़ा कलेक्ट्रेट परिसर से निकला, उतना पहले कभी नहीं निकला। आईटीसी मिशन सुनहरा कल का यह प्रयास वाकई अनुकरणीय है।”
विशेष प्रतिभागिता
इस अभियान में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नगर निगम, आईटीसी मिशन सुनहरा कल और सहयोगी संस्थाओं के कुल 125 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
स्वच्छता के नारे
“स्वच्छता है सेवा महान, रखें देश का ऊँचा सम्मान।”
“मंदिर हो या चौक–चौराहा, स्वच्छ रहे तो सुंदर नज़ारा।”
“कचरा फैलाना बंद करो, डस्टबिन का उपयोग करो।”
💧 “स्वच्छता और जल संरक्षण, जीवन का है सही समाधान।”
स्वच्छोत्सव 2025 का यह आयोजन हरिद्वार में स्वच्छता आंदोलन को और सशक्त बनाने वाला रहा। प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं, व्यापारी वर्ग और आमजन की साझी भागीदारी ने यह संदेश दिया कि हरिद्वार को स्वच्छ, सुंदर और जागरूक नगरी बनाने का संकल्प अब और दृढ़ हो चुका है।