अस्तित्व एक पहचान
नन्हे मुन्ने बच्चे तेरी मुट्ठी में क्या है मुट्ठी में है तकदीर हमारी हमने किस्मत को बस में किया है ….मोहम्मद रफी की आवाज से सजा ये गाना कितनी मासूमियत…