Lokpal Laxman Temple: उच्च हिमालई लोकपाल घाटी में स्थित हिंदू आस्था का संगम पौराणिक तीर्थ श्री लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट विधि विधान पूर्वक खुले। आमतौर पर पहले हेमकुंड साहिब के साथ खुलते थे, लेकिन इस बार बुध पूर्णिमा पर्व के कारण पहले खोले गए।
चमोली। हेमकुंड साहिब स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट बृहस्पतिवार को बुध पूर्णिमा के पावन पर्व पर विधि विधान के साथ खोल दिए गए। आमतौर पर हेमकुंड साहिब के साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी खुलते हैं, लेकिन इस बार बुध पूर्णिमा पर मंदिर के कपाट खोल दिए गए। मंदिर के पुजारी कुशल सिंह व मनीष पांडे ने पूजा-अर्चना की और भोग लगाया।
सबसे ऊंचाई पर स्थित है लक्ष्मण मंदिर
15 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर हेमकुंड साहिब के सरोवर के पास स्थित है। देश में यह सबसे ऊंचाई पर स्थित लक्ष्मण मंदिर है। साथ ही यहां भ्यूंडार गांव के ग्रामीण पूजा अर्चना के लिए जाते हैं। साथ ही हेमकुंड साहिब आने वाले सभी तीर्थयात्री लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में मत्था टेकना नहीं भूलते हैं।
लक्ष्मण ने पवित्र सरोवर के किनारे शेषनाग अवतार में की थी घोर तपस्या
मंदिर को लेकर मान्यता है कि लक्ष्मण जी ने यहां पर शेषनाग के रूप में तपस्या की थी। भ्यूंडार के ग्रामीण मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। मंदिर ग्रीष्मकाल के लिए खुलता है और शीतकाल में मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। मगर रक्षा बंधन और जन्माष्टमी जैसे खास पर्व पर ग्रामीण यहां भारी संख्या में पहुंचते हैं। वर्तमान में यहां पर बर्फ जमी हुई है।
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कपाट खुलने के समय कुंदन सिंह, ईश्वर सिंह, बसावर सिंह, देवेश सिंह, रूपेश सिंह आदि मौजूद रहे।