Seva Teerth: प्रधानमंत्री कार्यालय का बदल गया नाम, अब ‘सेवा तीर्थ’ के नाम से जाना जाएगा PMO, देश में राजभवनों का नाम भी  लोकभवन 

Seva Teerth: प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम बदल गया है। अब पीएमओ को ‘सेवा तीर्थ’ के नाम से जाना जाएगा। इसके साथ ही केंद्रीय सचिवालय के नाम में भी बदलाव किया गया है। सचिवालय का नाम कर्तव्य भवन कर दिया गया है। इन बदलावों के साथ-साथ केंद्र सरकार ने देश में राज भवनों का नाम बदल कर लोक भवन कर दिया है।

अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) वाले नए कॉम्प्लेक्स का नाम ‘सेवा तीर्थ’ होगा। नया कॉम्प्लेक्स निर्माण के अंतिम चरण में है। पहले सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत ‘एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव’ के नाम से जाना जाता था।

‘तीर्थ’ शब्द पवित्रता और सेवा के समर्पण को दर्शाता है, जिसका अर्थ है कि यह परिसर प्रशासनिक निर्णयों के साथ-साथ जनसेवा का भी प्रतीक होगा। बताया जाता है इन नाम परिवर्तनों के पीछे सरकार का उद्देश्य शासन में ‘राज’ की जगह ‘लोक’ (जनता) और ‘सेवा’ (सर्विस) की भावना को प्राथमिकता देना है।

 

PMO के अलावा, ‘एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव’ में कैबिनेट सेक्रेटेरिएट, नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट और इंडिया हाउस के ऑफिस भी होंगे। अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में, गवर्नेंस की जगहों को ‘कर्तव्य’ (ड्यूटी) और ट्रांसपेरेंसी दिखाने के लिए नया रूप दिया गया है। उन्होंने कहा, “हर नाम, हर बिल्डिंग और हर सिंबल अब एक आसान आइडिया की ओर इशारा करता है. सरकार सेवा करने के लिए होती है।”

राजभवन का नाम बदला गया

इन बदलावों के बीच उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु समेत देश के 8 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने अपने राजभवनों के नाम में बदलाव किया गया है। यह बदलाव गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक निर्देश के बाद किए गए हैं। मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में पिछले साल राज्यपालों के सम्मेलन में हुई एक चर्चा का हवाला देते हुए कहा है कि राजभवन नाम औपनिवेशिक मानसिकता को दर्शाता है।

पहले भी कई नाम बदले गये

हाल ही में, सरकार ने राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक पेड़ों से घिरे रास्ते, राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया था. 2016 में प्रधानमंत्री के ऑफिशियल घर का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग कर दिया गया, यह नाम वेलफेयर दिखाता है. सेंट्रल सेक्रेटेरिएट का नाम कर्तव्य भवन रखा गया है, जो एक बड़ा एडमिनिस्ट्रेटिव हब है जो इस आइडिया के आस-पास बना है कि पब्लिक सर्विस एक कमिटमेंट है.