True Friend of India: भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच यह सवाल बार-बार उठता है: भारत का सच्चा मित्र कौन—अमेरिका या रूस? ऐतिहासिक युद्धों और ज्योतिषीय विश्लेषण के आधार पर जानें।
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
1971 का भारत-पाक युद्ध: इस युद्ध में रूस ने भारत के साथ सैन्य संधि की और संयुक्त राष्ट्र में समर्थन दिया। वहीं, अमेरिका ने पाकिस्तान का पक्ष लिया और अपना युद्धपोत USS Enterprise बंगाल की खाड़ी में भेजा।
1999 का कारगिल युद्ध: पाकिस्तानी घुसपैठ के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका ने राजनयिक दबाव बनाया, लेकिन रूस ने भारत को हथियार, महत्वपूर्ण जानकारी और रणनीतिक सहयोग प्रदान किया।
ये घटनाएं दर्शाती हैं कि रूस भारत का अधिक भरोसेमंद सहयोगी रहा है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण
भारत की कुंडली: भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है, जिसका स्वामी शुक्र है। ज्योतिष के अनुसार, शुक्र स्थिरता और दीर्घकालिक संबंधों को दर्शाता है।
रूस की कुंडली: रूस की कुंडली (12 जून 1990, 1:41 PM, मॉस्को) कन्या लग्न की है, जिसका स्वामी बुध है। बुध और शुक्र की मित्रता भारत-रूस के बीच मजबूत संबंधों का संकेत देती है।
अमेरिका की कुंडली: अमेरिका की कुंडली (4 जुलाई 1776) वृश्चिक लग्न की है, जिसका स्वामी मंगल है। ज्योतिष में शुक्र और मंगल तटस्थ हैं, जो व्यावसायिक और लाभ-केंद्रित संबंधों को दर्शाता है। वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सिंह लग्न कुंडली का स्वामी सूर्य है, जो शुक्र का शत्रु है।
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भारत-अमेरिका और भारत-रूस संबंध
भारत-अमेरिका संबंध समय के साथ सुधरे हैं, लेकिन ये व्यापार, रक्षा सौदों और चीन के प्रभाव जैसे सशर्त कारकों पर आधारित हैं। दूसरी ओर, रूस ने ब्रह्मोस मिसाइल, S-400 डिफेंस सिस्टम और ऊर्जा साझेदारी जैसे क्षेत्रों में भारत को भरोसेमंद सहयोग दिया है।
नीति शास्त्र का दृष्टिकोण
नीति शास्त्र कहता है:
“मित्रं यः प्रतिकूलाय कार्याय च सुदुर्जनः। स्नेहं यः संप्रदायैव हितं न विचिन्तयेत्॥”
अर्थ: सच्चा मित्र वही है जो अच्छे-बुरे समय में साथ दे, न कि केवल स्नेह दिखाए।
निष्कर्ष
ऐतिहासिक और ज्योतिषीय विश्लेषण से रूस भारत का अधिक भरोसेमंद और स्थायी मित्र साबित होता है। अमेरिका के साथ संबंध महत्वपूर्ण हैं, लेकिन वे अक्सर स्वार्थों पर निर्भर करते हैं।