उत्तराखंड की 2 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया है। चमोली की बदरीनाथ विधानसभा सीट पर शांतिपूर्ण मतदान चला है, लेकिन हरिद्वार की मंगलौर विधानसभा सीट पर हिंसा की खबर सामने आई।
बता दें कि मंगलौर सीट पर उपचुनाव के दौरान बुधवार सुबह लिब्बरहेड़ी के बूथ नंबर 53-54 पर मतदान के दौरान बवाल हो गया था। मौजूद लोगों का कहना है कि हंगामे के दौरान फायरिंग भी हुई है। फायरिंग की सूचना मिलते ही पुलिसबल मौके पर पहुंचा। किसी तरह हालात पर काबू पाया गया। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए।
वहीं लिब्बरहेड़ी में हुए बवाल को लेकर देर शाम तक हंगामा जारी रहा। लिब्बरहेड़ी गांव जाने की जिद कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पुलिस ने नहर पुल के पास रोक लिया। इस बात को लेकर काफी देर तक नोकझोंक होती रही। इसके बाद हरीश रावत वहीं पर बैठकर मंत्र जाप करने लगे।
पुलिस उनको सरकारी गाड़ी में बैठाकर मंगलौर कोतवाली ले गई। यहां पर पूर्व सीएम व उनके समर्थकों ने खुद को हवालात में बंद कर लिया और पुलिस प्रशासन पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया।
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) July 10, 2024
वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, करन माहरा और सुमित हृदयेश समेत पांचों विधायकों ने मंगलौर कोतवाली घेरी और पुलिस पर मतदान में गड़बड़ी कराने का आरोप लगाया। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। जिसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों से वार्ता के बाद उन्हें रिहा किया गया।वहीं बवाल के मामले में एक तहरीर भी पुलिस को दी गई है।
हरीश रावत ने भाजपा पर बोला हमला
हरीश रावत ने आरोप लगाया कि यह घटना भाजपा के इशारे पर और अधिकारियों की मिलीभगत से अंजाम दी गई। उन्होंने भाजपा पर लोगों को कांग्रेस को वोट देने से रोकने और ‘लोकतंत्र की हत्या’ करने का आरोप लगाया।