Uttarakhand: कुमाऊं दौरे पर राज्यपाल गुरमीत सिंह, चितई गोलू मंदिर और जागेश्वर धाम के किए दर्शन 

उत्तराखंड राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) कुमाऊं दौरे पर हैं। शुक्रवार को राज्यपाल ने अल्मोड़ा भ्रमण के दौरान जनपद स्थित प्रसिद्ध चितई गोलू मंदिर तथा प्राचीन जागेश्वर धाम में सपरिवार पहुंचकर पूजा-अर्चना की।

इस अवसर पर उन्होंने देश और प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा इन दिव्य स्थलों की दिव्यता, आध्यात्मिक ऊर्जा और प्राकृतिक सौंदर्य ने मन को अत्यंत शांति और संतोष से भर दिया।

राज्यपाल ने ली उच्चाधिकारियों की बैठक 

वहीं अल्मोड़ा के सर्किट हाउस में राज्यपाल ने जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न विकास कार्यों के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने तथा समाज को नशा मुक्त बनाने जैसे महत्वपूर्ण विषय पर किए जा रहे कार्यों पर विस्तृत जानकारी ली।

“दीदी की रसोई” वैन को दिखाई हरी झंडी 

इस अवसर पर राज्यपाल ने “दीदी की रसोई” वैन का भी शुभारंभ किया। राज्यपाल ने समूह की महिलाओं के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि यह एक प्रशंसनीय पहल है, जो स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को चलती फिरती कैंटीन के माध्यम से आजीविका और आत्मनिर्भरता से जोड़ती है। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।

प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कौसानी का भी किया दौरा 

इससे पहले राज्यपाल ने बागेश्वर जिले के भ्रमण कार्यक्रम के तहत उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कौसानी का दौरा किया। प्राकृतिक सौंदर्य और हिमालय की दिव्यता से परिपूर्ण कौसानी पहुंचकर राज्यपाल ने इस अलौकिक स्थल में अद्भुत शांति, स्वच्छता और सुरम्यता का अनुभव किया। राज्यपाल ने अनाशक्ति आश्रम का भी भ्रमण किया, जहां महात्मा गांधी ने 1929 में प्रवास के दौरान ‘अनाशक्ति योग’ पुस्तक की रचना की थी।

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उन्होंने आश्रम में स्थित गांधी जी की स्मृतियों को नमन किया और आगंतुक पुस्तिका में अपने विचार भी अंकित किए। उन्होंने कहा कि कौसानी जैसे ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल हमारी सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं, जिन्हें संरक्षित और संवर्धित करना हम सबका कर्तव्य है।